दूध में कुछ काला देखकर घबराई सरकार ने विभिन्न योजनाओं के तहत स्किम्ड मिल्क और अन्य डेयरी उत्पादों के निर्यात पर दी जाने वाली रियायतों को वापस ले लिया है।
घरेलू बाजार में दूध और दुग्ध उत्पादों की आपूर्ति बढ़ाने और महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।इसके तहत विशेष कृषि एवं ग्राम उद्योग योजना (वीकेजीयूवाई), फोकस मार्केट स्कीम और डयूटी एंटाइटलमेंट पासबुक स्कीम के तहत स्किम्ड पाउडर दूध, दुग्ध प्रोटीन और अन्य दुग्ध उत्पादों के निर्यात पर मिलने वाली रियायतों को खत्म कर दिया गया है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय ने तत्काल प्रभाव से इसे खत्म किए जाने के लिए एक अधिसूचना भी जारी की है। दूध के कंज्यूमर पैक और मूल्यवर्धित उत्पादों जैसे चीज के निर्यात पर से भी रियायतें खत्म कर दी गई हैं। बता दें कि देश में होने वाले 10 करोड़ टन दुग्ध उत्पादन में स्किम्ड मिल्क पाउडर की हिस्सेदारी महज छह फीसदी है, जिसमें से करीब एक फीसदी का ही निर्यात किया जाता है।