facebookmetapixel
Delhi Blast: रेड फोर्ट धमाके के बाद लाल किला मेट्रो स्टेशन हुआ फिर से चालूCoal Import: त्योहारी सीजन से पहले कोयले का आयात बढ़ा, 13.5% की छलांगMCap: टॉप 8 कंपनियों का मार्केट कैप ₹2.05 ट्रिलियन बढ़ा; Airtel-RIL चमकेDelhi Weather Update: दिल्लीवासियों के लिए खतरनाक हवा, AQI अभी भी गंभीर स्तर परLadki Bahin Yojana: इस राज्य की महिलाओं के लिए अलर्ट! 18 नवंबर तक कराएं e-KYC, तभी मिलेंगे हर महीने ₹1500ट्रेडिंग नियम तोड़ने पर पूर्व फेड गवर्नर Adriana Kugler ने दिया इस्तीफाNPS में शामिल होने का नया नियम: अब कॉर्पोरेट पेंशन के विकल्प के लिए आपसी सहमति जरूरीएशिया-पैसिफिक में 19,560 नए विमानों की मांग, इसमें भारत-चीन की बड़ी भूमिका: एयरबसअमेरिकी टैरिफ के 50% होने के बाद भारतीय खिलौना निर्यातकों पर बढ़ा दबाव, नए ऑर्डरों की थमी रफ्तारसुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग ने किया साफ: आधार सिर्फ पहचान के लिए है, नागरिकता साबित करने के लिए नहीं

सरकार ने MCA21 पोर्टल से संबंधित शिकायतों के समाधान के लिए विशेष दल का किया गठन

एमसीए21 मंच कंपनियों और सीमित देयता भागीदारी कानूनों के तहत विभिन्न ‘फाइलिंग’ प्रस्तुत करने का एक प्रमुख मंच है।

Last Updated- September 25, 2024 | 12:19 PM IST
MCA21 portal
Representative image

सरकार ने एमसीए21 मंच से संबंधित हितधारकों की शिकायतों के समाधान के लिए एक विशेष दल का गठन किया है।

एमसीए21 मंच कंपनियों और सीमित देयता भागीदारी कानूनों के तहत विभिन्न ‘फाइलिंग’ प्रस्तुत करने का एक प्रमुख मंच है। मंच का इस्तेमाल करने में हितधारकों को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ा है।

कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने मंच के संबंध में बुधवार को कहा कि उसके पास ईमेल, हेल्पडेस्क प्रणाली, टिकटिंग टूल, चैटबॉट और सोशल मीडिया मंच के जरिये हितधारकों द्वारा उठाई गई चिंताओं के लिए नियमित समीक्षा प्रणाली है।

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘ तात्कालिक प्रकृति के मुद्दों के समाधान के लिए एक और कदम उठाते हुए विशेष दल का गठन किया गया है, जो शिकायतों के कुशल निपटान पर गौर करेगी। यदि आवश्यक हुआ तो प्रणालीगत समाधान सुझाएगी तथा हितधारकों को एमसीए21 मंच पर उनके अनुपालन के लिए बेहतर मार्गदर्शन प्रदान करेगी।’’

कानून के तहत, कंपनियों और एलएलपी को आने वाले महीनों में मंत्रालय को 2023-24 की वार्षिक ‘फाइलिंग’ प्रस्तुत करनी होगी। देश में 17 लाख से अधिक सक्रिय कंपनियां हैं।

मंच, कंपनी अधिनियम और सीमित देयता भागीदारी (एलएलपी) अधिनियम के तहत विभिन्न दस्तावेजों की इलेक्ट्रॉनिक ‘फाइलिंग’ की अनुमति देता है। इन दोनों कानूनों को मंत्रालय द्वारा लागू किया जाता है।

First Published - September 25, 2024 | 12:19 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट