facebookmetapixel
Stocks to watch today: Bajaj Finserv से लेकर Mazagon और Jupiter Wagons तक, आज इन 10 स्टॉक्स पर रखें नजर2 Maharatna PSU Stocks समेत इन 3 स्टॉक्स को खरीदने की सलाह, ब्रोकरेज ने दिए ₹4,880 तक के टारगेटStock Market Today: गिफ्ट निफ्टी से सपाट संकेत, वैश्विक बाजारों में मिलाजुला रुख; आज कैसी रहेगी बाजार की चाल?खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोरएयरपोर्ट पर थर्ड-पार्टी समेत सभी सेवाओं के लिए ऑपरेटर होंगे जिम्मेदार, AERA बनाएगा नया नियमकाठमांडू एयरपोर्ट से उड़ानें दोबारा शुरू, नेपाल से लोगों को लाने के प्रयास तेजभारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, मोदी-ट्रंप ने बातचीत जल्द पूरी होने की जताई उम्मीदApple ने उतारा iPhone 17, एयर नाम से लाई सबसे पतला फोन; इतनी है कीमतGST Reforms: इनपुट टैक्स क्रेडिट में रियायत चाहती हैं बीमा कंपनियांमोलीकॉप को 1.5 अरब डॉलर में खरीदेंगी टेगा इंडस्ट्रीज, ग्लोबल मार्केट में बढ़ेगा कद

सरकार ने नवंबर तक 700 से अधिक PLI आवेदनों को दी मंजूरी, लाखों रोजगार पैदा होने की उम्मीद

भारत की विनिर्माण क्षमताओं और निर्यात को बढ़ाने के लिए 1.97 लाख करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 14 क्षेत्रों के लिए योजनाओं की घोषणा की गई।

Last Updated- December 26, 2023 | 3:20 PM IST
PLI Scheme
Representative Image

दवा, एलईडी तथा एयर कंडीशनर और इलेक्ट्रिक उत्पादों जैसे 14 क्षेत्रों के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाओं के तहत नवंबर 2023 तक 746 आवेदनों को मंजूरी दी गई है। एक आधिकारिक बयान में मंगलवार को यह जानकारी दी गई।

भारत की विनिर्माण क्षमताओं और निर्यात को बढ़ाने के लिए 1.97 लाख करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 14 क्षेत्रों के लिए योजनाओं की घोषणा की गई। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार, लाभार्थी कंपनियों ने (24 राज्यों के) 150 से अधिक जिलों में इकाइयां स्थापित की हैं। सितंबर तक 95,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश दर्ज किया गया, जिससे 7.80 लाख करोड़ रुपये का उत्पादन/बिक्री हुई है और 6.4 लाख से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न हुए।

बयान में कहा गया है, ‘‘ नवंबर 2023 तक 746 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं…2022-23 में करीब 2,900 करोड़ रुपये के प्रोत्साहन वितरित किए गए हैं। तीन साल की अवधि में मोबाइल उत्पादन में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई।’’ मंत्रालय के अनुसार, 2022-23 में कुल इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन 101 अरब अमेरिकी डॉलर का था जिसमें से स्मार्टफोन की हिस्सेदारी 44 अरब अमेरिकी डॉलर की थी। निर्यात 11.1 अरब अमेरिकी डॉलर का किया गया।

बयान में कहा गया, ‘‘ दूरसंचार क्षेत्र में 60 प्रतिशत का आयात प्रतिस्थापन हासिल किया गया है।  भारत एंटीना, जीपीओएन (गीगाबिट पैसिव ऑप्टिकल नेटवर्क) और सीपीई (ग्राहक परिसर उपकरण) में करीब-करीब आत्मनिर्भर हो गया है।’’

यह भी पढ़ें : स्टील सेक्टर के लिए PLI 2.0 पर काम जारी, कंपनियों को स्टील इंपोर्ट पर अंकुश लगाने जैसे कदमों का इंतजार

दवा क्षेत्र में कच्चे माल के आयात में भी उल्लेखनीय कमी आई है। बयान के अनुसार, ‘‘ भारत में पेनिसिलिन-जी सहित अद्वितीय मध्यवर्ती सामग्री और थोक दवाओं का निर्माण किया जा रहा है। सीटी स्कैन, एमआरआई जैसे चिकित्सकीय उपकरणों के निर्माण में प्रौद्योगिकी अपनी जगह बना रही है।’’

‘व्हाइट गुड्स’ खंड (एसी और एलईडी लाइट आदि) में पीएलआई के तहत 64 कंपनियों का चयन किया गया है। इसमें से 34 एयर कंडीशनर घटकों के लिए 5,429 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे और 30 एलईडी घटक विनिर्माण के लिए 1,337 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘ 6,766 करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश से करीब 48,000 लोगों के लिए अतिरिक्त प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न करने की परिकल्पना की गई है।’’ बयान में कहा गया, इस योजना के तहत 13 विदेशी कंपनियां 2,090 करोड़ रुपये का निवेश कर रही हैं।

First Published - December 26, 2023 | 3:19 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट