विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक जनवरी-जून 2025 के दौरान भारतीय शेयर बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने आईटी, एफएमसीजी और बिजली क्षेत्र से अच्छी खासी निकासी की।
इस अवधि में एफपीआई की शुद्ध निकासी 77,898 करोड़ रुपये रही। आईटी क्षेत्र के शेयरों से उन्होंने 30,600 करोड़ रुपये निकाले जबकि एफएमसीजी शेयरों से 18,178 करोड़ रुपये की निकासी की।
विश्लेषकों ने कहा कि आईटी और एफएमसीजी में लगातार बिकवाली की वजह मुख्य रूप से राजस्व वृद्धि स्थिर रहना है, जिससे इन उद्योगों को लेकर निवेशकों का मनोबल प्रभावित हुआ है। व्यापक बिकवाली के बावजूद कुछ निश्चित क्षेत्रों में विदेशी फंडों ने निवेश भी किया।
दूरसंचार क्षेत्र के शेयरों में उनकी शुद्ध खरीद 26,685 करोड़ रुपये और वित्तीय सेवा क्षेत्र में 13,717 करोड़ रुपये रही। हालिया बिकवाली के बावजूद एफपीआई आवंटन के लिहाज से आईटी क्षेत्र दूसरा सबसे बड़ा सेगमेंट रहा जो उनकी मौजूदा रणनीतिक महत्ता बताता है।
पहली छमाही के दौरान कंपनियों के कमजोर मुनाफे और अमेरिकी टैरिफ के चलते एफपीआई ने बिकवाली की। टैरिफ के कारण भारत जैसे उभरते बाजारों का आकर्षण घटा और अमेरिकी ऋण प्रतिभूतियों की मांग में इजाफा हुआ।