facebookmetapixel
Decoded: 8वें वेतन आयोग से कर्मचारी और पेंशनरों की जेब पर क्या असर?DPDP के नए नियमों से बढ़ी ‘कंसेंट मैनेजर्स’ की मांगसरकार ने नोटिफाई किए डिजिटल निजी डेटा संरक्षण नियम, कंपनियों को मिली 18 महीने की डेडलाइनबिहार विधानसभा चुनाव 2025: NDA 200 के पार, महागठबंधन की करारी हारबिहार की करारी हार से राजद-कांग्रेस के समक्ष अस्तित्व का संकट, मोदी बोले- पार्टी अब टूट की ओरबिहार में NDA की प्रचंड जीत से बैकफुट पर विपक्ष, चुनाव आयोग पर उठाए सवालNDA की जीत में पासवान, मांझी गठबंधन ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी: 10 बिंदुओं में बिहार चुनाव नतीजों के निष्कर्षबिहार में बंपर जीत के बाद बोले PM मोदी: पश्चिम बंगाल से भी ‘जंगलराज’ को उखाड़ फेंकेंगेबिहार में नीतीश–मोदी फैक्टर की धमक: भाजपा की राजनीतिक महत्त्वाकांक्षा की राह में अब नहीं कोई बाधाबिहार चुनाव 2025: जदयू और भाजपा ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी, AIMIM को झटका

कोविड के नए दौर से सेवा कारोबार में डर

Last Updated- December 12, 2022 | 7:06 AM IST

विश्व व्यापार संगठन ने कहा है कि 2020 की अंतिम तिमाही में वैश्विक व्यापार सेवाओं ने गति पकड़ी थी, लेकिन चालू साल में यह अनिश्चित नजर आ रहा है। फिर से कोविड का दौर आने व टीके के असमान वितरण से अनिश्चितता की स्थिति बन रही है।अक्टूबर दिसंबर 2020 के दौरान डब्ल्यूटीओ का सर्विस ट्रेड बैरोमीटर (एसटीबी) तेजी से बढ़कर 104.7 पर पहुंच गया, जो 100 के आधार मूल्य से ऊपर है और यह इसके पहले महामारी के कारण 91.2 पर पहुंच गया था।
एसटीबी वैश्विक सेवा कारोबार गतिविधियों का मापक है। इसमें वैश्विक वित्तीय सेवा लेनदेन, कंटेनर पोर्ट की गतिविधियां, निर्माण, ग्लोबल सर्विस पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) हवाई यातायात, सूचना, कंप्यूटर और टेलीकॉम सेवाएं शामिल हैं। डब्ल्यूटीओ ने यह बैरोमीटर 2019 में शुरू किया था, जिससे सेवाओं के कारोबार की जानकारी मिल सके। यह दो साल पर जारी होता है।
इसमें 100 से ज्यादा अंक सामान्य से ऊपर और इससे नीचे सामान्य से कम कारोबार का संकेतक होता है।
वैश्विक निकाय ने कहा है, ‘सेवाओं का कारोबार 2020 की दूसरी तिमाही में गिरा और तमाम देशों में लॉकडाउन के कारण तीसरी तिमाही में भी कमजोर रहा। चौथी तिमाही में इसे गति मिला, हालांकि यात्रा के प्रतिबंध और लॉकडाउन से संबंधित प्रतिबंध 2021 की पहली तिमाही में भी बरकरार हैं।’
डब्ल्यूटीओ का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों में 2021 की दूसरी व तीसरी तिमाही के दौरान आंशिक सुधार की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन यह सफल टीकाकरण की कवायद पर निर्भर है। इसमें कहा गया है कि दीर्घावधि के हिसाब से रिकवरी पर असर पड़ सकता है अगर कोविड-19 नए स्वरूप में और ज्यादा फैल जाता है। वस्तुओं की तुलना में सेवा कारोबार बेहतर रहा है। वस्तुओं का कारोबार विभिन्न देशों की संरक्षणवादी नीतियों के कारण प्रभावित हुआ है।

First Published - March 13, 2021 | 12:28 AM IST

संबंधित पोस्ट