भारत के पड़ोसी देशों के साथ घटते कारोबार के बीच चीन से द्विपक्षीय कारोबार अक्टूबर में 0.46 प्रतिशत गिरकर 10.7 अरब डॉलर रहा। यह जानकारी वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों में दी गई। चीन को निर्यात में मुख्य तौर पर गिरावट होने के कारण द्विपक्षीय व्यापार में गिरावट आई। अक्टूबर में भारत का चीन को निर्यात 9.5 प्रतिशत गिरकर 1.15 अरब डॉलर हो गया जबकि इस माह में भारत से विश्व को होने वाला कुल निर्यात दो अंकों में 17 प्रतिशत बढ़ गया।
भारत के शीर्ष 10 निर्यात गंतव्यों में चीन को छोड़कर अन्य नौ देशों के साथ अक्टूबर में निर्यात बढ़ा। इस माह में अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), नीदरलैंड, यूके, सिंगापुर सहित अन्य देशों के साथ निर्यात में वृद्धि हुई। हालांकि अक्टूबर के अलग-अलग आंकड़े तत्काल उपलब्ध नहीं थे। लेकिन बीते कुछ महीनों के रुझाने दर्शाते हैं कि भारत के दूसरे सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार और सबसे बड़े आयात के स्रोत चीन को निर्यात गिरता जा रहा है। चीन को निर्यात गिरने का प्रमुख कारण उस देश में लौह अयस्क सहित अन्य उत्पादों की गिरती मांग है और यह वहां व्यापक सुस्ती का संकेतक है।
चीन को बीते कुछ महीनों के दौरान निर्यात में गिरावट आ रही है। चीन जून में भारत का पांचवां बड़ा निर्यात बाजार था। लेकिन यह सितंबर में एक पायदान नीचे आ गया। अक्टूबर में भी भारत का छठा निर्यात बाजार चीन रहा। अक्टूबर में चीन से आयात वृद्धि भी सुस्त रही और यह 0.74 प्रतिशत के साथ 9.6 अरब डॉलर हो गई। हालांकि भारत के लिए आयात का सबसे बड़ा स्रोत चीन ही रहा।
निर्यात में धनात्मक वृद्धि वाले देशों में अमेरिका (11.5 प्रतिशत), यूएई (43.3 प्रतिशत), नीदरलैंड (14.6 प्रतिशत), यूके (42.1 प्रतिशत), सिंगापुर (197 प्रतिशत), सऊदी अरब (0.5 प्रतिशत), बांग्लादेश (2.5 प्रतिशत), जर्मनी (25.7 प्रतिशत) और ऑस्ट्रेलिया (60.4 प्रतिशत) हैं। भारत के शीर्ष 10 आयात साझेदारों में से इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और स्विट्जरलैंड में क्रमश 2.9 प्रतिशत, 16.7 प्रतिशत, 5.6 प्रतिशत और 66 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई। हालांकि अन्य देशों जैसे चीन, रूस, यूएई, अमेरिका, इराक और सऊदी अरब से आयात में वृद्धि हुई।
अक्टूबर में भारत के शीर्ष 10 आयात साझेदारों में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आयात सबसे तेजी से बढ़ा। अक्टूबर में भारत का यूएई से आयात 70.4 प्रतिशत बढ़कर 7.18 अरब डॉलर हो गया जबकि पूरी दुनिया से भारत को होने वाला आयात 3.8 प्रतिशत बढ़कर 66 अरब डॉलर हुआ। इस माह में यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार और आयात साझेदार है। हालांकि चीन और रूस भारत के आयात के शीर्ष स्रोत रहे।