अप्रैल में नई औपचारिक नौकरियों का सृजन सात माह के उच्च स्तर पर पहुंच गया। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के गुरुवार को जारी नवीनतम मासिक आंकड़े के अनुसार नई नौकरियों का सृजन देश के औपचारिक श्रम बाजार में सुधार का संकेत है।
अप्रैल में कर्मचारी भविष्य कोष (ईपीएफ) के नए सदस्यों की संख्या 19 प्रतिशत बढ़कर 8,87,438 हो गई जबकि यह संख्या मार्च में 7,47,146 थी। हालांकि इससे पहले सितंबर, 2023 में ईपीएफ में शामिल नए औपचारिक सदस्यों की संख्या 9,50,527 थी।
ईपीएफओ के आंकड़े को महत्त्वपूर्ण माना जाता है। इसका कारण यह है कि यह औपचारिक श्रम बल ही सामाजिक सुरक्षा के लाभ को प्राप्त करता है और इसे ही श्रम कानूनों के तहत संरक्षण प्राप्त है।
अप्रैल में ईपीएफ के 8,87,438 सदस्यों में युवा लोगों (18 – 28 आयु समूह) की संख्या गिरकर 65.5 प्रतिशत (5,81,106) हो गई जबकि इससे पिछले महीने में यह प्रतिशत 66.74 था। यह आयु वर्ग श्रमबाजार में पहली बार आने के लिए महत्त्वपर्ण होता है और यह श्रम बाजार की मजबूती दर्शाता है। इसके अलावा कुल नए सदस्यों में महिलाओं की हिस्सेदारी 28.1 प्रतिशत (2,49.254) बढ़ी जबकि यह संख्या मार्च में 26.8 प्रतिशत (1,99,998) थी।