सरकार फिलहाल 14 क्षेत्रों के लिए मौजूदा उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी और फिलहाल खिलौने जैसे नए क्षेत्रों को इसमें शामिल करने का विचार नहीं है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT) के सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा कि फार्मा, फ्रिज, एसी जैसे बड़े इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे 14 क्षेत्रों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजनाएं अच्छा कर रही हैं।
सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, “फिलहाल हमारा ध्यान इन 14 पीएलआई पर है। सभी अच्छा काम कर रही हैं। इसलिए फिलहाल, नई PLI योजना पर विचार नहीं किया जा रहा है और हम यह सुनिश्चित करने पर ध्यान देंगे कि ये मौजूदा योजनाएं अच्छी तरह से लागू हो जाएं और उसके बाद हम देखेंगे।”
सरकार ने पहले 14 क्षेत्रों के लिए निर्धारित में से बची राशि का उपयोग करने के लिए चमड़े, खिलौने और नए जमाने की ई-बाइक जैसे नए क्षेत्रों के लिए योजना का विस्तार करने की योजना बनाई है।
PLI योजना की घोषणा 2021 में दूरसंचार, बड़े इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद, कपड़ा, चिकित्सा उपकरणों के विनिर्माण, वाहन क्षेत्र, विशेष इस्पात, खाद्य उत्पाद, उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल, उन्नत रसायन विज्ञान सेल बैटरी, ड्रोन और फार्मा जैसे 14 क्षेत्रों के लिए की गई थी। इनके लिए 1.97 लाख करोड़ रुपये का परिव्यय तय किया गया था।
सिंह ने बताया कि विभाग एसी और एलईडी लाइट जैसे उत्पादों में PLI योजना का तीसरे पक्ष द्वारा मूल्यांकन करने की प्रक्रिया में है। यह अध्ययन अरुण जेटली राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान (AJNIFM) को सौंपा गया है।
DPIIT में संयुक्त सचिव संजीव ने कहा कि संस्थान इस योजना को सभी कोणों से देखेगा। इसके अंतर्गत ‘‘योजना कैसे काम कर रही है, और क्या इसमें किसी सुधार या बदलाव की आवश्यकता है’ को देखा जाएगा।