देश के सात प्रमुख शहरों में जनवरी-मार्च के दौरान पट्टे पर ऑफिस स्पेस की कुल मांग 34 फीसदी घटकर 76.3 लाख वर्ग फुट रह गई। वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच कंपनियों द्वारा अपने विस्तार को लेकर सतर्कता बरतने की वजह से ऑफिस स्पेस की मांग में कमी आई है। संपत्ति सलाहकार जेएलएल इंडिया ने यह जानकारी दी है।
आंकड़ों के अनुसार, जनवरी-मार्च में कार्यालय स्थल की मांग पिछली छह तिमाहियों में सबसे कम रही है। पिछले साल इसी अवधि में शीर्ष सात शहरों-दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलूरु, हैदराबाद और पुणे में 1.15 करोड़ वर्ग फुट ऑफिस स्पेस पट्टे पर दिया गया था।
जेएलएल इंडिया ने कहा कि पट्टा गतिविधियों में यह गिरावट विस्तार को लेकर सतर्कता, विस्तार योजनाओं में देरी और हाइब्रिड कार्यालय नीति के कारण है। चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई और पुणे में ऑफिस स्पेस की मांग में गिरावट आई है, जबकि दिल्ली-एनसीआर, बेंगलूरु और कोलकाता में इसमें बढ़ोतरी हुई है।