वैश्विक आर्थिक सुधार के लिए वित्त पोषण पर B-20 इंडिया कार्य बल के अध्यक्ष उदय कोटक ने शुक्रवार को कहा कि देशों को अपने विकास लक्ष्यों को वित्तपोषित करने के लिए अगले 7-10 साल में लगभग 4.5 लाख करोड़ डॉलर की जरूरत होगी।
कार्य बल ने अपनी सिफारिश में कंपनियों के लिए वित्त पोषण के तरीके भी सुझाए। इसने एक ‘वैश्विक कोष’ स्थापित करने का सुझाव दिया, जिसमें वैश्विक स्तर पर प्रत्येक कंपनियां अपने लाभ का 0.2 प्रतिशत सामाजिक विकास लक्ष्यों के लिए योगदान दें।
कोटक ने उद्योग मंडल CII द्वारा आयोजित B-20 शिखर सिम्मेलन में कहा, ‘अगले 7-10 वर्षों में (विकास लक्ष्यों की प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए) लगभग 4.5 लाख करोड़ डॉलर की जरूरत होगी।’
कोटक ने कहा, ‘हम जो प्रस्ताव दे रहे हैं वह यह है कि प्रत्येक कंपनी दुनिया के लिए सामाजिक विकास लक्ष्यों (SDG) में लाभ का 0.2 प्रतिशत योगदान दे। यह दुनिया के लिये प्राथमिकता वाला क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि भारत में हर कंपनी अपने लाभ का दो प्रतिशत कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) में योगदान करती है।
कोटक ने कहा, ‘CSR के लिए दो प्रतिशत में से 0.2 प्रतिशत उस वैश्विक कोष में हमारा योगदान हो सकता है, जिसमें हर देश को कंपनियों से योगदान करने का एक तरीका खोजना चाहिए।’
‘वैश्विक निधि’ के उपयोग के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्र जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा, जैव विविधता और महासागर प्रदूषण हो सकते हैं।
कोटक ने कहा, ‘यह पासा पलटने वाला साबित हो सकता है। मैं जी-20 देशों को उन तरीकों का पता लगाने की सलाह दूंगा जिनके द्वारा कंपनियां स्वेच्छा से या विनियमन के माध्यम से, इन महत्वपूर्ण परिवर्तन लक्ष्यों के लिए लाभ का 0.2 प्रतिशत योगदान कर सकते हैं।’