कोयला मंत्रालय को देश में साल 2025-26 तक उपयोग से ज्यादा कोयला उत्पादन की उम्मीद है। केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि जल्द ही भारत में अधिशेष कोयला उत्पादन होने लगेगा और आयातित कोयले से चलने वाले (ICB) बिजली प्लांट भी घरेलू कोयले से चल सकेंगे।
दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए जोशी ने कहा, ‘हम ICB बिजली प्लांट से तकनीक में बदलाव को कह सकते हैं, जिससे वे घरेलू कोयले से चल सकें। यह अनिवार्य नहीं होगा, लेकिन घरेलू कोयला उनके लिए प्रतिस्पर्धी दरों पर उपलब्ध होगा और वे इसका लाभ उठा सकेंगे। यहां तक कि मिश्रण के लिए कोयले का आयात भी कम हो जाएगा।’
भारत में इस समय 17 गीगावॉट क्षमता के परिचालन वाले आईसीबी हैं। ये ज्यादातर समुद्र तट वाले राज्यों गुजरात, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु सहित अन्य जगहों पर स्थित हैं। ये प्लांट घरेलू कोयले से बेहतर गुणवत्ता के कोयले का आयात करते हैं।
मंत्री ने कहा कि 2030 तक भारत की कोयला उत्पादन क्षमता 1.5 अरब टन होगी।