एसऐंडपी ग्लोबल रेटिंग ने गुरुवार को भारत की सॉवरिन रेटिंग स्थिर परिदृश्य के साथ दीर्घावधि के लिए ‘बीबीबी-’ और कम अवधि के लिए ‘A-3’ रखी है। एजेंसी ने कहा है कि मजबूत आर्थिक बुनियाद के कारण अगले 2 से 3 साल आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।
दीर्घकालीन रेटिंग के साथ स्थिर परिदृश्य यह बताता है कि देश की मजबूत अर्थव्यवस्था और राजस्व में अच्छी वृद्धि राजकोष को मजबूती प्रदान करेगा। अमेरिकी रेटिंग एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘एसऐंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत के लिए ‘बीबीबी-’ दीर्घकालीन रेटिंग की पुष्टि की है। साथ ही अल्पकालिक विदेशी और स्थानीय मुद्रा को लेकर ‘ए-3’ रेटिंग की पुष्टि की है। दीर्घकालीन साख को लेकर परिदृश्य स्थिर है।’
एसऐंडपी ने उम्मीद जताई है कि भारत की वास्तविक वृद्धि दर वित्त वर्ष 24 में 6 प्रतिशत रहेगी क्योंकि निवेश और उपभोक्ताओं का रुख वृद्धि में अगले कुछ साल तक मददगार रहेगा। एजेंसी ने वित्त वर्ष 25 और वित्त वर्ष 26 में 6.9 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया है।
‘बीबीबी-’ निम्न निवेश स्तर की रेटिंग है। एसऐंडपी ने कहा, ‘चुनौतीपूर्ण वैश्विक स्थिति में भारत की अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन अच्छा है। हमारा अनुमान है कि मजबूत आर्थिक बुनियाद से अगले दो-तीन साल वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।’
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि सरकार राजकोष के स्तर पर चीजों को दुरुस्त करने के प्रयासों के बावजूद राजकोषीय घाटा ऊंचा और कर्ज अधिक बनाए रख सकती है।
बुधवार को संयुक्त राष्ट्र की इकाई संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग (यूएनडीईएसए) ने विश्व की आर्थिक स्थिति और अन्य पहलुओं पर अपने साल के मध्य के अनुमान में 2024 कैलेंडर वर्ष में भारत की वृद्धि 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। उल्लेखनीय है कि एक अन्य रेटिंग एजेंसी फिच ने भी मजबूत आर्थिक वृद्धि तथा बाह्य स्तर पर वित्त के मामले में अच्छी स्थिति का हवाला देते हुए भारत के लिए स्थिर परिदृश्य के साथ ‘बीबीबी-’ रेटिंग की पुष्टि की है।