वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही में 6.5 अरब डॉलर (जीडीपी का 0.9 प्रतिशत) चालू खाता अधिशेष दर्ज किया गया है, जबकि वित्त वर्ष 21 की चौथी तिमाही में 8.1 अरब डॉलर (जीडीपी का 1 प्रतिशत) चालू खाते का घाटा रहा था। भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक भारत के चालू खाते का अधिशेष वित्त वर्ष 21 की पहली तिमाही में 19.1 अरब डॉलर (सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.7 प्रतिशत) था।
जून, 2021 में समाप्त तिमाही (वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही) में अधिशेष वस्तुओं का व्यापार घाटा 30.7 अरब डॉलर रह जाने के कारण हुआ, जो वित्त वर्ष 21 की चौथी तिमाही में 41.7 अरब डॉलर था। साथ ही इस दौरान शुद्ध सेवा प्राप्तियां भी बढ़ीं।
