फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो को उसके 7,875 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से हरी झंडी मिल गई है। निवेश बैंकिंग सूत्रों ने कहा कि यह आईपीओ इसी महीने जल्द से जल्द पूंजी बाजार में दस्तक दे सकता है।
सेबी की वेबवाइट पर दायर आईपीओ के मसौदा पत्र (डीआरएचपी) की स्थिति से पता चलता है कि जोमैटो, केमप्लास्ट सन्मार और तत्व चिंतन फार्मा को पिछले सप्ताह सेबी से निरीक्षण पत्र मिला। निवेश बैंकरों ने बताया कि अंतिम निरीक्षण पत्र हासिल होने के साथ ही आईपीओ को लॉन्च करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। सेबी के पास करीब 20 अन्य आईपीओ के लिए मसौदा पत्र दायर किए गए हैं जो फिलहाल मंजूरी प्रक्रिया के विभिन्न चरणों में हैं।
जोमैटो ने 28 अप्रैल को अपने आईपीओ के लिए पेशकश दस्तावेज सेबी के समक्ष प्रस्तुत किया था। चीन के आंट ग्रुप के निवेश वाली कंपनी अपने आईपीओ के जरिये पूंजी बाजार से 7,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। यह रिलायंस पावर और डीएलएफ के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा आईपीओ होगा। हालांकि कंपनी ने आईपीओ पूर्व नियोजन के जरिये 1,500 करोड़ रुपये जुटाने का विकल्प रखा है। इससे आईपीओ के आकार में उल्लेखनीय कमी आ सकती है।
इस बीच, इन्फो एज ने एक नियामकीय खुलासे में कहा है कि वह जोमैटो के आईपीओ के जरिये कंपनी में 375 करोड़ रुपये मूल्य के अपने शेयरों की बिक्री करेगी। डीआरएचपी दायर करते समय कंपनी ने 750 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिक्री की मंशा जताई थी। इन्फो एज की कंपनी में 18.55 फीसदी हिस्सेदारी है और उसने अपने शेयरों की बिक्री के कारणों का खुलासा नहीं किया है। इससे जोमैटो के आईपीओ का कुल आकार 8,250 करोड़ रुपये से घटकर 7,875 करोड़ रुपये (1.06 अरब डॉलर) रह जाएगा। इसके अलावा कोई अन्य मौजूदा शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी के साथ आईपीओ में भाग नहीं ले रहा है।
निवेश बैंकिंग सूत्रों ने कहा कि उन्होंने जोमैटो के आईपीओ के लिए रोड शो का आयोजन पहले ही शुरू कर दिया है और उन्हें निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है।
इस शेयर बिक्री से जुड़े एक निवेश बैंकर ने कहा, ‘चारों ओर से निवेशकों से मिल रही प्रतिक्रिया काफी उत्साहजनक है। जोमैटो का आईपीओ अन्य घरेलू यूनिकॉर्न के लिए सूचीबद्ध होने का मार्ग प्रशस्त करेगा।’
उद्योग के प्रतिभागियों का कहना है कि इस आईपीओ में जोमैटो का मूल्यांकन 50,000 करोड़ रुपये से 60,000 करोड़ रुपये के बीच हो सकता है। कंपनी आईपीओ लॉन्च होने के करीब इसके मूल्य एवं मूल्यांकन को अंतिम रूप देगी।
दिसंबर 2020 में समाप्त पिछले नौ महीनों के दौरान जोमैटो के पास 4,967 करोड़ रुपये की नकदी एवं नकदी समतुल्य परिसंपत्ति मौजूद थी। इस साल के आरंभ में कंपनी ने टाइगर ग्लोबल, कोरा एवं अन्य निवेशकों से 1,800 करोड़ रुपये जुटाए थे। आईपीओ के बाद कंपनी के पास 7,500 करोड़ रुपये अतिरिक्त आएंगे जिससे उसके पास कुल 14,000 करोड़ रुपये होंगे।