भारत जल्द ही इस साल अपनी पहली यूनिकॉर्न की शुरुआत देख सकता है। क्विक-कॉमर्स डिलिवरी प्लेटफॉर्म जेप्टो (Zepto) फंड जुटाने के लिए बातचीत कर रही है। जेप्टो को 10-मिनट डिलिवरी के अपने वादे के लिए जाना जाता है। इस सौदे से जेप्टो का मूल्यांकन एक अरब डॉलर के पार पहुंच जाएगा। एक अरब डॉलर से ज्यादा मूल्यांकन वाली कंपनी को ‘यूनिकॉर्न’ कहा जाता है।
मुंबई की यह फर्म सीरीज ई में 15 करोड़ डॉलर जुटाने की संभावना तलाश रही है, जिससे इसका मूल्यांकन 1.3 अरब डॉलर हो जाएगा। मीडिया में प्रकाशित खबरों के अनुसार, निवेश का नेतृत्व जेप्टो की मौजूदा निवेशक नेक्सस वेंचर्स पार्टनर्स की लिमिटेड पार्टनर (LP) स्टेपस्टोन ग्रुप के नेतृत्व में किया जाएगा। मौजूदा समय में जेप्टो का मूल्यांकन 90 करोड़ डॉलर है।
हालांकि कंपनी से जुड़े सूत्रों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि कोष उगाही की बातचीत अभी शुरुआती दौर में है।
जेप्टो को इस संबंध में भेजे गए सवालों का जवाब नहीं मिला है।
सूत्रों का कहना है कि कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी (CEO) आदित पलीचा मौजूदा समय में अमेरिका में हैं और उन्होंने पिछले साल दिसंबर में बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया था कि कंपनी को फिलहाल फंड की जरूरत नहीं है, लेकिन इस वर्ष अगस्त या सितंबर के दौरान कोष जुटाने पर विचार किया जा सकता है, हालांकि कितनी कोष उगाही की जाएगी, इसके बारे में उन्होंने कुछ बताने से इनकार कर दिया।
कंपनी स्विगी इंस्टामार्ट, और जोमैटो समर्थित ब्लिंकइट के साथ प्रतिस्पर्धा करती है।
वर्ष 2021 में 44 यूनिकॉर्न का निर्माण हुआ, जबकि उसके बाद के वर्ष में यह संख्या 25 रही। 2022 की पहली छमाही के दौरान 19 कंपनियां यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल करने में कामयाब रहीं। इस साल कोई भी स्टार्टअप अब तक 1 अरब डॉलर के मूल्यांकन का आंकड़ा पार नहीं कर सका है।