Zee-Sony Merger: सोनी ग्रुप कॉर्प की भारत इकाई के साथ नियोजित विलय को पूरा करने की समय सीमा से कुछ दिन पहले, दो स्वतंत्र निदेशक ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड के बोर्ड में दोबारा नियुक्ति हासिल करने में असमर्थ रहे।
कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, स्वतंत्र निदेशक साशा मीरचंदानी (Sasha Mirchandani) और विवेक मेहरा (Vivek Mehra) “अपेक्षित बहुमत वोट पाने में विफल रहे।”
ज़ी एंटरटेनमेंट और सोनी के बीच इस बात को लेकर विवाद चल रहा है कि 10 अरब डॉलर की मीडिया दिग्गज कंपनी बनाने के किसी संभावित सौदे के पूरा होने के बाद मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुनित गोयनका (Punit Goenka) कंपनी का नेतृत्व करेंगे या नहीं।
ज़ी इस बात पर जोर दे रहा है कि पुनित गोयनका (जो ज़ी के फाउंडर के बेटे भी हैं) नई कंपनी का नेतृत्व करेंगे, जैसा कि 2021 में हस्ताक्षरित समझौते में सहमति व्यक्त की गई थी, जबकि मामले से परिचित लोगों के अनुसार, सोनी पुनित गोयनका के खिलाफ नियामक जांच को देखते हुए उन्हें नियुक्त करने से सावधान है।
इससे पहले नैशनल कंपनी अपीलेट लॉ ट्रिब्यूनल (NCLAT) ने 15 दिसंबर को कहा कि वह कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट (Culver Max Entertainment) और ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) के विलय पर रोक नहीं लगाएगा। इस मामले की अगली सुनवाई अब 8 जनवरी को होगी। बता दें कि Culver Max Entertainment को पहले सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के नाम से जाना जाता था।
गौरतलब है कि आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank ) और एक्सिस फाइनैंस (Axis Finance) ने NCLT के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसने देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी के बनने का रास्ता साफ करते हुए विलय को मंजूरी दे दी थी। NCLT का वह आदेश 10 अगस्त को आया था। बता दें कि मर्जर के बाद 10 अरब डॉलर के साथ यह अपने क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कंपनी होगी।