Zee Entertainment Enterprises के प्रोमोटर्स ने SEBI के आदेश के खिलाफ मंगलवार को प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण (SAT) का दरवाजा खटखटाया है।
मार्केट रेगुलेटर ने एस्सेल ग्रुप (Essel group) के चेयरमैन सुभाष चंद्रा और ज़ी एंटरटेनमेंट के एमडी एवं सीईओ पुनीत गोयनका को प्रमुख पदों पर रहने से बैन कर दिया है।
सैट इस मामले में सुनवाई करने को लेकर 15 जून को फैसला लेगा। प्रोमोटर्स के वकीलों ने कहा कि सेबी ने आदेश जारी करने से पहले कारण बताओ नोटिस नहीं दिया था और न ही उन पर बैन लगाने की तत्काल आवश्यकता का कोई संकेत दिया था। उन्होंने कहा कि सेबी के इस आदेश के कारण कंपनी के स्टॉक्स बुरी तरह गिर गए हैं।
ज़ी एंटरटेनमेंट के चेयरमैन आर गोपालन ने पहले कहा था कि बोर्ड आदेश की समीक्षा कर रहा है। उन्होंने एक बयान में कहा कि कंपनी का बोर्ड कंपनी के संस्थापक के रूप में सुभाष चंद्रा के महत्वपूर्ण योगदान और पुनीत गोयनका द्वारा प्रदर्शित विकास और मूल्य सृजन केंद्रित नेतृत्व को मान्यता देता है।
बता दें कि सेबी ने ज़ी एंटरटेनमेंट के फंड को दूसरी कंपनियों में लगाए जाने के मामले में उन्हें दोषी पाया है, जिसके बाद सेबी ने ये एक्शन लिया है। सेबी के मुताबिक, नियमों के कथित उल्लंघन के समय ज़ी एंटरटेनमेंट के चेयरमैन चंद्रा और निदेशक गोयनका ने अहम प्रबंधकीय पद पर रहते हुए अपनी स्थिति का दुरुपयोग किया और अपने निजी लाभ के लिए कंपनी के कोष दूसरी कंपनियों में लगा दिया।
सेबी के कदम के बाद जी एंटरटेनमेंट के शेयर धड़ाम
यह खबर आते ही Zee Entertainment Enterprises के शेयर 6 फीसदी तक लुढ़क गए। निवेशक कंपनी का साथ छोड़ने लगे। कंपनी का शेयर 184.95 रुपये पर खुला और कुछ ही देर में गिरकर 182.60 रुपये पर पहुंच गया।