मोटरसाइकिल के भारतीय बाजार में अपनी घटती हिस्सेदारी से परेशान यामहा मोटर इंडिया लिमिटेड अपनी ताकतवर महंगी बाइक्स के लिए यहीं संयंत्र लगाने की योजना बना रही है।
जापानी कंपनी यामहा मोटर लिमिटेड की यह सहायक कंपनी उत्तर प्रदेश के सूरजपुर में यह संयंत्र लगाने जा रही है। इसमें तकरीबन 800 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
कंपनी इस संयंत्र को अपने पुराने संयंत्र के पास ही स्थापित करेगी। इस नए संयंत्र की उत्पादन क्षमता सालाना 35 लाख इकाई होगी। इस संयंत्र के निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है और यह संयंत्र वर्ष 2009 तक कार्य करना भी शुरू कर देगा। लेकिन कंपनी ने इसमें ताकतवर बाइक्स के निर्माण की योजना कुछ समय पहले ही बनाई है।
यामहा मोटर्स इंडिया के क्षेत्रीय व्यापार प्रमुख रवि रस्तोगी ने बताया कि कंपनी जल्द ही भारतीय बाजार के लिए ज्यादा ताकतवर इंजन वाली महंगी मोटरसाइकिलों का निर्माण भी शुरू कर सकती है। कंपनी की योजना वाईजेडएफ आर1 और एमटी-01 का भारत में निर्माण शुरू करने की है।
रवि रस्तोगी ने बताया कि भारत में इन मोटरसाइकिलों का निर्माण करने से कंपनी इन पर आने वाली लागत लगभग 50 फीसदी तक कम कर सकती है। उन्होंने कहा कि कंपनी भारत में स्पोर्ट्स बाइकों के बाजार को देखते हुए ही इन मोटरसाइकिलों के निर्माण का फैसला लेगी।
वाईजेडएफ आर1 (998 सीसी) और एमटी-01 (1670 सीसी)की शोरूम के बाहर कीमत लगभग 10.5 लाख रुपये है। यामहा मोटर्स इंडिया लिमिटेड अभी इन दोनों मोटरसाइकिलों पर 100 फीसदी आयात शुल्क अदा करने के बाद भारत में इन्हें मंगाती है।
हालांकि रस्तोगी ने यह नहीं बताया कि कंपनी इन दोनों मोटरसाइकिलों के निर्माण के लिए निर्माण संयंत्र किस जगह स्थापित करेगी। कंपनी ने कोलकाता में वाईजेडएफ आर1 को लाँच किया है। इन दोनों मोटरसाइकिलों को बाजार में उतार कर यामहा दोपहिया वाहन बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर हालिया 4 फीसदी से ज्यादा करना चाहती है।
रस्तोगी ने बताया कि कंपनी की योजना वर्ष 2010 तक बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 10 फीसदी करने की है। कंपनी इस साल 150 सीसी के इंजन वाली दो मोटरसाइकिलें बाजार में उतारने की योजना बना रही है। इन मोटरसाइकिलों की कीमत 50 हजार से 1 लाख रुपये के बीच में होगी।भारत में साख बहाल करने और ब्रांड को फिर पहचान दिलाने के लिए कंपनी वितरण और सर्विस ढांचा मजबूत करने जा रही है।