आईटी कंपनी विप्रो लिमिटेड की कुल आय (Gross revenue) करंट फाइनेंशियल ईयर के थर्ड क्वार्टर में सालाना आधार पर 14.4 फीसदी बढ़ गई।
विप्रो का कंसॉलिटेड नेट प्रॉफिट भी फाइनेंशियल ईयर की दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 2.8 प्रतिशत बढ़कर 3,053 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 2,969 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने BSE फाइलिंग में यह जानकारी देते हुए बताया कि अक्टूबर-दिसंबर 2022-23 के दौरान आईटी सेवाओं से उसका राजस्व 10.4 प्रतिशत बढ़ गया।
इसी के साथ कंपनी ने हरेक इक्विटी शेयर पर एक रुपये के इंटरिम डिविडेंड की भी घोषणा की है। कंपनी की नेट इनकम 2022-23 के तीसरे क्वार्टर में सालाना आधार पर 2.8 प्रतिशत बढ़कर 3,050 करोड़ रुपये हो गई। ऑपरेटिंग मार्जिन 16.3 फीसदी रहा।
वहीं, पूरे साल के लिए आईटी सेवा बिजनेस से कंपनी को इनकम में 11.5 प्रतिशत से 12.0 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है।
कंपनी की कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़ी
इसके अलावा कंपनी की कुल कर्मचारियों की संख्या अक्टूबर-दिसंबर 2022-23 क्वार्टर में कम होकर 258,744 रह गई। यह इससे पिछले फाइनेंशियल के इसी क्वार्टर में 259,179 थी।
हालांकि, कंपनी का एट्रिशन रेट पिछले क्वार्टर में कम होकर 21.2 प्रतिशत पर आ गया, जो फाइनेंशियल ईयर के थर्ड क्वार्टर में 23 प्रतिशत पर था।
कंपनी के CFO जतिन दलाल ने कहा, “हमारा ऑपरेटिंग मार्जिन अब 16.3 प्रतिशत है, जो पिछले क्वार्टर से 1.20 फीसदी ज्यादा है। मार्जिन में यह बढ़ोतरी सैलरी में वृद्धि, प्रमोशन के जरिए कर्मचारियों में किए गए निवेश के चलते हुआ।”