एलआईसी हाउसिंग फाइनैंस के महाप्रबंधक (MD) व मुख्य कार्याधिकारी (CEO) वाई विश्वनाथ गौड़ ने साक्षात्कार में कहा कि हमें वित्त वर्ष 24 में रियल्टी क्षेत्र में निरंतर अच्छी मांग रहने की उम्मीद है। एलआईसी हाउसिंग फाइनैंस को आस है कि ब्याज दर स्थिर होने और रियल्टी इस्टेट के बड़े प्रोजेक्ट करीब होने के कारण प्रोत्साहन देने वाली वृद्धि होगी।
2022-23 में कारोबार की वृद्धि कैसी रही? क्या वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अनुमान है?
दिसंबर, 2022 तक के नौ महीनों के दौरान कर्ज के वितरण की वृद्धि दर 13 फीसदी रही। यह वृद्धि अच्छी है। इसमें ज्यादातर कर्ज रिटेल क्षेत्र में दिया गया। वैश्विक चुनौतियों के बावजूद यह वृद्धि दर्ज हुई। मुझे विश्वास है कि रियल्टी क्षेत्र में अच्छी मांग कायम रहेगी और यह अगले वित्त वर्ष में भी जारी रहेगी। हमें सभी शहरों – यहां तक की 3 टीयर शहरों में भी नई प्रोजेक्ट के लॉन्च में तेज बढ़ोतरी नजर आ रही है। अच्छी कनेक्टिविटी और सरकार के आधारभूत ढांचे को बढ़ावा देने के कारण आधारभूत संरचना से जुड़ी कई परियोजनाएं पूरी होने के करीब हैं और इन स्थानों के करीब रियल इस्टेट निश्चित रूप से फलेगी-फूलेगी। इससे खासतौर पर मकानों की मांग तेजी से बढ़ेगी। मुझे पूरा विश्वास है कि अगले वित्त वर्ष में खासी बढ़ोतरी होगी।
तीसरी तिमाही में एलआईसी एचएफ का ऋण वितरण सुस्त रहा था। क्या चौथी तिमाही में बढ़ोतरी हुई?
ऋण का वितरण कुछ सुस्त रहा था। हमारा अनुमान है कि कई ऋण लेने वालों ने रुकने और देखने की नीति अपनाई। उनकी नजर ब्याज दरों में बदलाव पर केंद्रित रही होगी। अब मैं सोचता हूं कि स्थिति काफी हद तक स्थिर हो चुकी है। लिहाजा अब खरीदारों की पसंद के लिए बदलाव आएगा। अभी तक जिन लोगों ने रुकने और इंतजार करने की नीति अपना रखी थी, वे अब खरीदारी करना शुरू करेंगे। बेतहाशा मांग सुस्त होने से सामान्य वृद्धि दर का मार्ग प्रशस्त होगा। हमने मांग के अनुरूप प्रतिस्पर्धात्मक उत्पाद और ब्याज दर मुहैया करवाई हैं। इनसे आने वाले दिनों में सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद है।
आपने रियल इस्टेट प्रोजेक्ट के लॉन्च के बारे में जानकारी दी है। क्या डेवलपर लोन में हिस्सेदारी बढ़ाएंगे ?
हमारे पोर्टफोलियो में प्रोजेक्ट बुक केवल 7 फीसदी था और अब इसमें कमी आई है। अब हमने सलेक्टिव अप्रोच अपनाई है। लिहाजा आने वाले दिनों में बिल्डर बुक में भी सुधार आएगा।
क्या ब्याज दर बढ़ने से होम लोन की मांग पर असर पड़ा है?
यह फ्लोटिंग रेट के संर्दभ में काफी हद तक संभव है कि जब ब्याज दर बढ़ेगी तो ईएमआई भी आनुपातिक रूप से बढ़ेगी। अभी ब्याज दरें कम समय में और तेजी से बढ़ रही हैं। उच्च स्तर करीब आने पर स्थिरता आने की उम्मीद है। मेरा विचार है कि आने वाले दिनों में ब्याज दरें पलटने का दौर शुरू होगा। बहरहाल होम लोन की मांग स्थिर है क्योंकि इस खंड में ‘एंड यूजर’ खासा सक्रिय है। ‘एंड यूजर’ वो हैं जिन्हें मकान की जरूरत है। इस खंड में पर्याप्त मांग है। ब्याज दर स्थिर रहने पर आने वाले दिनों में होम लोन की बहुत अच्छी मांग रहने की उम्मीद है।