अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (IOC) ने बुधवार को कहा कि 2022 फीफा विश्व कप (Fifa World Cup) के बाद रिलायंस के निवेश वाली मीडिया कंपनी वायकॉम18 नेटवर्क (Viacom 18) ने 2024 पेरिस ओलिंपिक और 2024 यूथ ओलिंपिक (चीन में आयोजन) के भारतीय उपमहाद्वीप के लिए प्रसारण अधिकार हासिल कर लिए हैं। IOC ने कहा कि इन बाजारों में भारत, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं।
हालांकि आईओसी ने इस सौदे की रकम का खुलासा नहीं किया है लेकिन मीडिया विशेषज्ञों का कहना है कि यह लेनदेन 200 से 250 करोड़ रुपये का हो सकता है। उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार वायकॉम18 ने हाल में संपन्न फीफा वर्ल्ड कप का प्रसारण अधिकार 450 करोड़ रुपये में हासिल किया था।
फीफा वर्ल्ड कप की ही तरह वायकॉम18 ओलिंपिक खेलों को मल्टी-प्लेटफॉर्म यानी टेलीविजन और डिजिटल दोनों कवरेज प्रदान करेगी। आईओसी ने कहा कि प्रसारण कंपनी ओलिंपिक खेलों के लिए अपने क्षेत्र में फ्री-टु-एयर टेलीविजन कवरेज भी प्रदान करेगी। वायकॉम18 स्पोर्ट्स के सीईओ अनिल जयराज ने कहा, ‘भारतीय एथलीटों द्वारा पदक हसिल करते हुए शानदार प्रदर्शन व उनकी प्रेरक कहानियों, बढ़ती खेल संस्कृति और लाखों भारतीय खेल प्रशंसकों के डिवाइस पर बेहतरीन सामग्री की उपलब्धता से भारत में ओलिंपिक आंदोलन मजबूत हो रहा है।’ मीडिया विशेषज्ञों का कहना है कि वायकॉम18 धीरे-धीरे लेकिन लगातार कई खेल आयोजनों के साथ दर्शकों की संख्या बढ़ा रहा है।
गुरुग्राम के कियाओस मार्केटिंग के मुख्य कार्याधिकारी सजल गुप्ता ने कहा, ‘अप्रैल 2022 में लॉन्च किए गए एक चैनल के लिए वॉयकॉम18 दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए सभी प्रकार के खेल पर ध्यान दे रही है। कंपनी खुद को केवल क्रिकेट तक सीमित रखने के बजाय विभिन्न खेल संपत्तियों के साथ अधिक से अधिक दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करना चाहती है।’ भारत ने 2020 के टोक्यो ओलिंपिक में भारत ने एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक सहित कुल सात पदक जीते थे। यह पदक हासिल करने के लिहाज से भारत का अब तक का बेहतरीन प्रदर्शन रहा। भारत को 2012 में लंदन ओलिंपिक में छह पदक हासिल हुए थे। भारत में सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया ने 2020 के टोक्यो ओलिंपिक का प्रसारण किया था।
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आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाच ने कहा, ‘एक गतिशील खेल एवं मीडिया बाजार के रूप में यह ओलिंपिक प्रसारण के लिए एक महत्त्वपूर्ण क्षेत्र है और मीडिया अधिकार के लिए इस नए समझौते से हमें इन देशों के प्रशंसकों को ओलिंपिक खेलों से जुड़ने के लिए प्रेरित करने में मदद मिलेगी।’
बाच ने कहा, ‘ओलिंपिक मीडिया साझेदारी से उल्लेखनीय राजस्व प्राप्ति होती है जो ओलिंपिक आंदोलन के लिए दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करती है। आईओसी इसमें से केवल 10 फीसदी राजस्व ही अपने पास रखता है जबकि शेष राजस्व को ओलिंपिक खेलों के आयोजन और वैश्विक स्तर पर प्रचार-प्रसार में खर्च करता है।’