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Waaree Energies के ​खिलाफ US में जांच शुरू, चीनी सोलर सेल्स पर शुल्क चोरी के आरोप; स्टॉक 5.5% से ज्यादा टूटा

जांच इसलिए हो रही है कि क्या वारी एनर्जीज ने चीन और अन्य दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों से आने वाले सोलर सेल्स पर लगने वाले एंटी-डंपिंग और काउंटरवेलिंग ड्यूटी से बचने की कोशिश की

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- September 26, 2025 | 10:38 AM IST

भारत की सबसे बड़ी सोलर पैनल निर्माता कंपनी वारी एनर्जीज लिमिटेड (Waaree Energies) के ​खिलाफ अमेरिका ने ड्यूटी चोरी के क​थित आरोपों की जांच शुरू की है। ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के मुताबिक, यह जांच इसलिए हो रही है कि क्या वारी एनर्जीज ने चीन और अन्य दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों से आने वाले सोलर सेल्स पर लगने वाले एंटी-डंपिंग और काउंटरवेलिंग ड्यूटी से बचने की कोशिश की। इस खबर के बाद बीएसई पर शुक्रवार को वारी एनर्जी के शेयरों में शुरुआती कारोबार में ही 5.8 फीसदी की तक की गिरावट देखने को मिली।

रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा विभाग (US Customs and Border Protection) ने वारी और उसकी अमेरिकी इकाई वारी सोलर अमेरिका इंक के खिलाफ औपचारिक जांच शुरू कर दी है और अंतरिम कदम उठाए हैं। एजेंसी की सार्वजनिक सूचना के मुताबिक, इस बात का संदेह है कि कंपनी ने अमेरिकी बाजार में सामान लाते समय ड्यूटी चोरी की है।

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सोलर मॉड्यूल, इनवर्टर उत्पाद बेचती है Waaree Energies

वारी सोलर मॉड्यूल और इनवर्टर जैसे उत्पाद बेचती है। कंपनी के शेयर पिछले साल अक्टूबर में बीएसई पर लिस्टिंग के बाद से दोगुने से ज्यादा हो चुके हैं। यह तेजी भारतीय रिन्युएबल एनर्जी सेक्टर की संभावनाओं पर आधारित है। यह सेक्टर सरकार की प्राथमिकता में है। हालांकि, अमेरिका की ओर से पेनल्टी टैरिफ लगाए जाने के बाद इस सेक्टर को झटका लगा है।

यह जांच अमेरिकन अलायंस फॉर सोलर मैन्युफैक्चरिंग ट्रेड कमेटी की शिकायत पर शुरू की गई है। आरोप है कि वारी ने चीनी सोलर सेल्स को भारतीय मूल का बताकर टैरिफ से बचने की कोशिश की। वारी ने भारतीय ऑफिस ऑवर्स के बाहर इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

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अमेरिकी कंपनियां चाहती है आयात पर हाई टैरिफ

अमेरिकी सोलर निर्माता लंबे समय से आयातित फोटोग्राफिक उपकरणों पर ऊंचे टैरिफ की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि विदेशी उत्पादकों को गैरवाजिब रूप से सब्सिडी दी जा रही है और वे अमेरिकी बाजार में डंपिंग कर रहे हैं। अगस्त में अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने इंडोनेशिया, लाओस और भारत से आने वाले मॉड्यूल पर नई जांच शुरू की थी, जबकि इससे पहले वियतनाम, कंबोडिया, मलेशिया और थाईलैंड से आने वाले उपकरणों पर भारी शुल्क लगाया गया था।

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Waaree Energies Shares में 5.5% से ज्यादा गिरावट

बीएसई पर शुक्रवार को वारी एनर्जीज के शेयरों में करीब 4 फीसदी की गिरावट के साथ 3309.65 रुपये पर कारोबार शुरू हुआ। थोड़ी देर में स्टॉक 5.8 फीसदी से ज्यादा टूटकर 3245.25 पर आ गया। यह शेयर अपने 52 हफ्ते के निचले स्तर (1,808 रुपये) से दोगुने से ज्यादा हो चुका है। शेयर का 52 हफ्ते का हाई 3,864 रुपये है। 25 सितंबर को शेयर 3446 रुपये पर बंद हुआ था। कंपनी का मार्केट कैप 93,844 करोड़ रुपये से ज्यादा है।

First Published : September 26, 2025 | 10:38 AM IST