यूनीटेक और इंडियाबुल्स रियल एस्टेट लिमिटेड (आईबीआरईएल) ने वैश्विक बाजार में आई तरलता के बाद सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज (एसजीएक्स) में शामिल अपने रियल इस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स (आरईआईटी) की सूची से स्वयं को अलग कर लिया है।
यूनीटेक और आईबीआरईएल दोनों ने अपने ट्रस्टों के आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के लिए एसजीएक्स से मंजूरी प्राप्त कर ली है।
यह कदम भारत की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ द्वारा लिए गए इसी तरह के फैसले के बाद उठाया गया है।
कंपनियां अपनी विस्तार योजनाओं के लिए अब वैश्विक वित्त कंपनियों के साथ निजी भागीदारी बढ़ा रही हैं।
डीएलएफ ने अपने संपत्ति ट्रस्ट को सूचीबद्ध करके लगभग 8000 करोड़ रुपये उगाहने की योजना बनाई थी। डीएलएफ अब घरेलू वित्तीय संस्थाओं से लगभग 2000 करोड़ रुपये जुटाएगा।
इंडियाबुल्स का आईपीओ मार्च के मध्य तक बाजार में आ जाएगा जिसके जरिये लगभग 4800 करोड़ रुपये जुटाए जाने की संभावना है।
इसके अलावा इंडियाबुल्स ने संपत्ति ट्रस्ट ‘इंडियाबुल्स प्रॉपर्टीज इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट’ (आईपीआईटी) में 14 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी है। यूनीटेक ऑफिस ट्रस्ट के जरिये यूनीटेक 28,00 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है।