इलेक्ट्रिक मोटरसाइकल बनाने वाली भारतीय कंपनी अल्ट्रावॉयलेट अपनी खुदरा उपस्थिति और उत्पादों के विस्तार के लिए तैयार है। हाल ही में मुंबई में 11वां डीलरशिप खोलने वाली कंपनी की योजना अगले दो वर्षों में देश के 30 शहरों और 20 अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचने की है।
अपने प्रमुख एफ7 मॉडल के अलावा कंपनी अगले दो साल में दो से तीन नए मोटरसाइकल पेश करने की तैयारी में है। इन नए मॉडल के जरिये कंपनी बाजार के विभिन्न क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा करेगी, जिससे कंपनी की पहुंच बढ़ेगी। अब तक कंपनी की 1,000 गाड़ियां सड़कों पर हैं और आने वाले छह से आठ महीनों में उसका लक्ष्य हर महीने 1,000 गाड़ियों की बिक्री का है।
अल्ट्रावॉयलेट की नजर निर्यात पर ध्यान देना है और कंपनी तुर्किये, जर्मनी, स्पेन, पुर्तगाल, फ्रांस और इटली जैसे प्रमुख बाजारों को साधना चाह रही है। कंपनी अगले तीन वर्षों में अपने राजस्व का 30 फीसदी हिस्सा अंतरराष्ट्रीय बिक्री से हासिल करना चाहती है। कंपनी अगले साल तक अंतरराष्ट्रीय बाजारों में खुदरा बिक्री करने के लिए भी तैयार है।
इसे हासिल करने में अल्ट्रावॉयलेट के बेंगलूरु संयंत्र से मदद मिलेगी, जहां एक शिफ्ट में सालाना 10 हजार गाड़ियों के उत्पादन की क्षमता है। अतिरिक्त शिफ्ट का परिचालन कर वहां से इस क्षमता को सालाना 30 हजार गाड़ियों तक बढ़ाया जा सकता है।
अल्ट्रावॉयलेट के सह-संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी नारायण सुब्रमण्यम ने कहा, ‘हमारी गाड़ियां और प्लेटफॉर्म इसमें काफी समक्षम है। यह कई वाहनों को तैयार करने में सक्षम हैं और हम अगले दो वर्षों में दो से तीन नए मॉडल पेश करने की योजना बना रहे हैं।’
निकट भविष्य में मांग एवं स्थानीय नियामक आवश्यकताओं के आधार पर अल्ट्रावॉयलेट एशिया और दक्षिण अमेरिका के खास बाजारों में असेंबलिंग संयंत्र की संभावनाएं भी तलाश रही है। सुब्रमण्यम ने कहा, ‘हमारा नजरिया इस बात को सुनिश्चित करने पर है कि हमारे सभी खुदरा आउटलेट मजबूत सेवा और स्पेयर पार्ट्स मुहैया कराने में तैयार रहें।’