टाटा ग्रुप की रिटेल कंपनी ट्रेंट लिमिटेड ने जनवरी-मार्च 2025 (Q4) के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी ने इस तिमाही के साथ ही शेयरधारकों को बड़ी सौगात देते हुए 500% यानी ₹5 प्रति शेयर का डिविडेंड देने का ऐलान किया है। यह डिविडेंड 1 रुपये फेस वैल्यू के आधार पर है और पिछले 9 सालों में सबसे बड़ा डिविडेंड माना जा रहा है।
कंपनी का मुनाफा घटा, लेकिन कमाई और ऑपरेटिंग मार्जिन में बढ़त
इस तिमाही में ट्रेंट का शुद्ध मुनाफा 50% से ज़्यादा गिरकर ₹311.60 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹712.09 करोड़ था। हालांकि, कंपनी की ऑपरेशनल कमाई बढ़कर ₹4216.94 करोड़ हो गई, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹3297.70 करोड़ थी। कंपनी का EBITDA (कमाई से पहले का मुनाफा) ₹656.39 करोड़ रहा, जो पिछले साल ₹377 करोड़ था। EBITDA मार्जिन भी 1.01% बढ़कर 16% हो गया।
9 साल में सबसे बड़ा डिविडेंड
ट्रेंट के बोर्ड ने FY25 के लिए ₹5 प्रति शेयर का डिविडेंड देने की सिफारिश की है। अगर इसे मंजूरी मिलती है तो यह भुगतान कंपनी की 73वीं AGM के चार दिन बाद किया जाएगा। पिछले साल यानी FY24 में कंपनी ने ₹3.20 प्रति शेयर डिविडेंड दिया था, और FY23 में ₹2.20। FY21 में यह डिविडेंड ₹1.10 प्रति शेयर था।
शेयर में उछाल, ट्रेंट बना Nifty 50 का टॉप गेनर
नतीजों और डिविडेंड की खबर के बाद मंगलवार को ट्रेंट का शेयर 5.77% चढ़कर ₹5510 प्रति शेयर पर बंद हुआ। इससे कंपनी का मार्केट कैप अब ₹1.95 लाख करोड़ से ऊपर पहुंच गया है।
कंपनी के बारे में
ट्रेंट लिमिटेड की शुरुआत साल 1998 में हुई थी। यह वेस्टसाइड (Westside), जूडियो (Zudio), उत्सा (Utsa) जैसे फैशन और लाइफस्टाइल ब्रांड्स को चलाती है। कंपनी लगातार भारत में अपने रिटेल नेटवर्क को बढ़ा रही है और निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद नाम बन चुकी है।