अमेरिका की निजी इक्विटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ब्लैकस्टोन इंक भी एक्जो नोबेल का पेंट्स कारोबार खरीदने की दौड़ में शामिल हो गई है। ब्लैकस्टोन के अलावा जेएसडब्ल्यू समूह और पिडिलाइट ने भी कंपनी में दिलचस्पी दिखाई है जो ‘ड्यूलक्स’ ब्रांड के तहत उत्पाद बेचती है।
मामले से जुड़े एक सूत्र के अनुसार सभी इच्छुक पक्षों के गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव मार्च के मध्य तक आने की उम्मीद है। इसकी दौड़ में निजी इक्विटी क्षेत्र की और भी कंपनियों के शामिल होने की उम्मीद है। उम्मीद की जा रही है कि जेएसडब्ल्यू ग्रुप आक्रामक पेशकश नहीं करेगी जबकि कोलकाता की बर्जर पेंट्स पहले ही अधिक मूल्यांकन का हवाला देते हुए दौड़ से बाहर हो गई है।
ब्लैकस्टोन ने टिप्पणी से इनकार कर दिया। एक्जो नोबेल एनवी के प्रवक्ता ने कहा, ‘एक्जो नोबेल अपने मुख्य कोटिंग्स कारोबारों को मजबूत करने के लिए पूंजी को फिर से लगाने की दिशा में काम कर रही है। यह समीक्षा हमारे पोर्टफोलियो को उन क्षेत्रों पर केंद्रित करने की मौजूदा रणनीति का हिस्सा है जहां हम अलग-अलग स्तर हासिल कर सकते हैं और प्रमुख कोटिंग्स कारोबारों में अपनी स्थिति मजबूत कर सकते हैं। दक्षिण एशिया/भारत में बाजार के मौजूदा कारक भविष्य में डेकोरेटिव पेंट में दक्षिण एशिया को बेहतर स्थिति में लाने के लिए महत्त्वपूर्ण अवसर हैं। हम समीक्षा प्रक्रिया की शुरुआत में हैं और हम इस स्तर पर परिणामों को लेकर अटकलें नहीं लगा रहे हैं।’
एक बोलीदाता ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि बैंकरों ने कहा कि ब्लैकस्टोन एक्जो नोबेल के साथ परिसंपत्तियों को लेकर बातचीत कर रही है, जिसमें पाकिस्तान और श्रीलंका में पेंट कारोबार भी शामिल है। नकदी संपन्न निजी इक्विटी कंपनियों के आने का मतलब यह होगा कि इससे मूल्यांकन बढ़ सकता है जो भारतीय बोलीदाताओं के लिए बुरी खबर है।
एक्जो नोबेल इंडिया की नीदरलैंड स्थित नियंत्रक कंपनी एक्जो नोबेल एनवी ने पिछले साल अक्टूबर में ऐलान किया था कि वह अपने मुख्य कोटिंग कारोबारों को बढ़ाने के लिए पूंजी को फिर से निवेश करना चाहती है और इसके लिए अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा कर रही है। शुरुआत में उसका ध्यान दक्षिण एशिया में अपने डेकोरेटिव पेंट की स्थिति पर रहेगा।