जनरल एंटरटेनमेंट चैनल्स (जीईसी) की कमियों से अवगत होने के बाद नेटवर्क 18 और वायाकॉम के संयुक्त उपक्रम वायाकॉम 18 के नए जीईसी ‘कलर्स’ ने लांच की तारीख 21 जुलाई से पहले दूसरे चरण के कार्यक्रमों की योजना बनाई है।
इसका मतलब है कि इसके लॉन्च के दूसरे महीने के अंदर (21 सितंबर से पहले) कलर्स नए कार्यक्रमों की शृंखला पेश करेगा। पेश है आशीष सिन्हा के साथ वायाकॉम18 के मुख्य कार्यकारी राजेश कामत ने चैनल की लॉन्च की योजना के बारे में बातचीत के मुख्य अंश:
आप कलर्स की डिस्ट्रीब्यूटिंग स्वयं कर रहे हैं, एमएसएम डिस्कवरी (एमटीवी, निक, वीएच1 का वितरक) या नेटवर्क 18 चैनलों का वितरण करने वाले स्टार-डेन के जरिये क्यों नहीं? क्या आप कैरिज फीस चुका रहे हैं?
हमने यह स्वयं करने का फैसला किया है, क्योंकि इससे हमारे संचालन में अधिक लचीलापन आता है। हमारे वितरण सौदे चल रहे हैं और हमारे कार्यक्रम लांच के पहले दिन से ही 50 फीसदी से अधिक घरों में देखे जाएंगे। हम मौजूदा और नए डायरेक्ट-टु-होम (डीटीएच) प्लेटफॉर्मों के बीच अपनी मौजूदगी बढ़ाएंगे।
कलर्स एक एनक्रिप्टेड पे चैनल होगा जो तकरीबन 3 से 6 महीने के लिए फ्री-टु-एयर विंडो के साथ दर्शकों को सैम्पल के तौर पर दिखाए जाने की अनुमति देगा। हां, कैरिज फीस हमारी विपणन योजनाओं में शामिल है। मुख्य बैंड पर हमारे चैनल के लिए कैरिज फीस का भुगतान केबल ऑपरेटरों और डीटीएच कंपनियों को करना होगा।
नए जीईसी पिछले 10 महीनों (9एक्स, एनडीटीवी) के अंदर लांच हुए हैं और अब इन शो के दूसरे चरण के शुभारंभ की प्रक्रिया चल रही है। यदि इन शो में से कुछ शो आपकी उम्मीद के मुताबिक नहीं चल पाते हैं तो कलर्स के लिए क्या योजनाएं हैं?
हम जानते हैं कि शुरू में किसी जीईसी पर सभी शो को एक साथ लांच नहीं किया गया है। इसी तरह हम भी कार्यक्रम लांच के दूसरे दौर के लिए तैयार हैं। हम अगले चरण के शो की योजना पहले ही बना चुके हैं जिन्हें शुरू के कुछ शो की जगह दिखाया जाएगा। लेकिन विशिष्ट रूप से किसी धारावाहिक या कार्यक्रम को दर्शकों की पसंद बनने के लिए 3 से 6 महीने के समय की आवश्यकता होती है।
लेकिन कुछ अन्य शो की अवधि बेहद कम हो सकती है। इस सब को ध्यान में रख कर ही हमने योजना बनाई है वरना बाद में समस्या पैदा हो सकती है। टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट हमारे लिए बेहद अहम हैं और इसीलिए हमने दर्शकों के विशाल वर्ग को ध्यान में रख कर शो तैयार किए हैं।
आपकी नजर में एक सफल जीईसी कैसा होना चाहिए? आपके लिए रेटिंग कितनी अहम है?
अपने लांच के तीन से छह महीने के अंदर अगर कोई जीईसी 100 ग्रॉस रेटिंग प्वाइंट या इससे अधिक हासिल करता है तो वह एक सफल चैनल है। उसे विज्ञापनदाताओं के साथ अच्छे सौदे करने में भी आसानी होती है। हमारे लिए प्रोग्रामिंग और विपणन दोनों अहम हैं। इससे रेटिंग में मदद मिलती है।
दर्शकों को ‘कलर्स’ की ओर आकर्षित करने के लिए कौन-कौन से शो हैं?
फीयर फैक्टर के देसी-वर्सन में अक्षय कुमार का काम सराहनीय है। यह शो क्लटर ब्रेकर और चैनल ड्राइवर दोनों तरह का है।