facebookmetapixel
अगस्त के दौरान भारत का विदेश में प्रत्यक्ष निवेश लगभग 50 प्रतिशत घटाभारतीय रिजर्व बैंक और सरकार के कारण बढ़ा बैंकों में विदेशी निवेशसरकारी बैंकों में 26% जनधन खाते निष्क्रिय, सक्रिय खातों की संख्या और कम होने का अनुमानअमेरिका से व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा भारतीय अधिकारियों का दलभारतीय कंपनियों ने H1FY26 में बॉन्ड से जुटाए ₹5.47 लाख करोड़, दूसरी तिमाही में यील्ड बढ़ने से आई सुस्तीकंपनियों के बीच बिजली नेटवर्क साझा करना आसान नहीं, डिस्कॉम घाटा और पीपीए लागत बड़ी चुनौतीडिप्टी गवर्नर ने चेताया – आंकड़ों पर निर्भरता से जोखिम की आशंकाब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला, लेकिन दर में और कटौती की गुंजाइशअब तक के उच्चतम स्तर पर कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर, और बढ़ सकता है पृथ्वी का तापमानअदाणी का एआई आधारित विस्तार के लिए ‘दो-स्तरीय संगठन’ पर जोर

भारत में Apple स्टोर की दस्तक, मगर नहीं उखाड़ पाएगी Redington के कदम

जब तक अमेरिकी फर्म यहां आक्रामक विस्तार नहीं करती, तब तक रेडिंगटन की किस्मत चमकती रहेगी

Last Updated- April 18, 2023 | 11:12 PM IST
Apple awas yojna

भारत में Apple के दो स्टोर लिस्टेड Apple प्रोडक्ट रिटेलर रेडिंगटन (Redington) की किस्मत पर असर नहीं डालेगा, जो दो दशक से ज्यादा समय से रिटेलर है। ऐसा विश्लेषकों का कहना है। विश्लेषकों ने यह भी कहा, जब तक अमेरिकी फर्म भारत में आक्रामकता से विस्तार नहीं करती, तब तक रेडिंगटन की किस्मत चमकती रहेगी।

Apple का पहला रिटेल स्टोर (Apple BKC) बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स में रिलायंस जियो (Reliance Jio) के वर्ल्ड ड्राइव मॉल (World Drive Mall) में मंगलवार को खुला। दूसरा स्टोर दिल्ली के सिलेक्ट सिटीवॉक (Select Citywalk Mall) में 20 अप्रैल को खोले जाने का कार्यक्रम है।

इसकी तुलना में 1993 में तीन शाखाओं और 25 डीलरों के परिचालन के साथ रेडिंगटन भारत में अब 81 सेल्स लोकेशन व 200 से ज्यादा वेयरहाउस के जरिये अपने चैनल पार्टनर्स तक पहुंच रही है।

IDBI रिसर्च के शोध प्रमुख ए के प्रभाकर ने कहा, Apple यहां महज दो स्टोर खोल रही है, जिसका असर रेडिंगटन की किस्मत पर नहीं पड़ेगा। ज्यादा असर के लिए Apple को यहां तेजी से विस्तार करना होगा। रेडिंगटन महज 3 फीसदी मार्जिन पर परिचालन कर रही है, जो चिंताजनक है। सूचीबद्ध‍ खुदरा क्षेत्र में रेडिंगटन के मुकाबले बेहतर विकल्प हैं मसलन डीमार्ट, ट्रेंट व वैभव ग्लोबल।

इस बीच एक्सचेंजों पर रेडिंगटन का प्रदर्शन कमजोर रहा है और कैलेंडर वर्ष 23 में यह अब तक 7 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स में 1.5 फीसदी की गिरावट आई है। ऐस इक्विटी के आंकड़ों से यह जानकारी मिली।

प​श्चिम व दक्षिण भारत में HP के IT उत्पादों के साथ 1993 में वितरण का काम शुरू करने वाली रेडिंगटन ने यहां एक साल बाद सैमसंग (Samsung) के मॉनिटर का वितरण शुरू किया। साल 2007 में कंपनी का शेयर BSE व NSE में सूचीबद्ध‍ हुआ और उसने भारत में Apple के उत्पादों का वितरण व मरम्मत का काम शुरू किया।

भारत के अलावा रेडिंगटन दक्षिण एशिया, पश्चिम एशिया, अफ्रीका और तुर्की में परिचालन करती है। उसकी पेशकश में पर्सनल कंप्यूटर, नोटबुक्स, टेबलेट्स, प्रिंटिंग समाधान, सर्वर, स्टोरेज व सॉफ्टवेयर शामिल हैं। इसके साथ कंपनी नेटवर्क समाधान, सिक्योरिटी समाधान, स्मार्टफोन और क्लाउड संबंधित सेवाएं भी देती है।

फंडामेंटल के स्तर पर रेडिंगटन ने वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर शुद्ध‍ लाभ में 1.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की और कंपनी का लाभ 392.8 करोड़ रुपये रहा था। इसकी वजह कार्यशील पूंजी में बढ़ोतरी के कारण ब्याज के मद में ज्यादा खर्च थी, जो वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही के 12 दिन से बढ़कर वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में 30 दिन हो गई।

रेडिंगटन इंडिया के मुताबिक, Apple ने दिApple Store knocks in India, but will not be able to uproot Redington’s stepsसंबर 2022 की तिमाही में उसके राजस्व मे एक तिहाई का योगदान किया और iPhone का योगदान 24 फीसदी रहा।

Also Read: Apple Store Launch: टिम कुक के साथ लॉन्च में बॉलीवुड भी हुआ शरीक

HP Inc, Dell EMC, Lenovo, Samsung और अन्य विनिर्माता का भी इस अवधि में योगदान रहा और इनकी हिस्सेदारी कंपनी के कुल राजस्व में क्रमश:11 फीसदी, 8 फीसदी, 6 फीसदी, 5 फीसदी और 40 फीसदी रही। कंपनी ने यह जानकारी दी।

क्वांटम सिक्योरिटीज के विश्लेषक प्रशांत शर्मा ने वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही के नतीजे के बाद एक नोट मे कहा था, हम लंबी अवधि के लिहाज से रेडिंगटन पर सकारात्मक हैं और उम्मीद करते हैं कि अगले दो-तीन साल में कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन काफी ज्यादा सुधरेगा। वित्त वर्ष 24 के कर पश्चात लाभ 1,562.7 करोड़ रुपये के कारण टार्गेट पीई 12 गुना बैठता है, ऐसे में हम इस शेयर के लिए लक्षित कीमत 248 रुपये पर पहुंचे हैं।

नुवामा के विश्लेषक का नजरिया भी इस शेयर पर तेजी का है। उनका मानना है कि कंपनी मजबूत ब्रांड पार्टनरशिप और विशाखित भौगोलिक विस्तार के दम पर बेहतर क्रियान्वयन जारी रखे हुए है।

तकनीकी विश्लेषकों का मानना है कि आगे बढ़ने से पहले रेडिंगटन का शेयर मौजूदा स्तर पर कुछ समय और रह सकता है। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ट्रेडर 165-175 रुपये के स्तर पर शेयर खरीद पर विचार कर सकते हैं और 148 रुपये का स्टॉप लॉस बनाए रख सकते हैं। इसमें 210 रुपये तक जाने की क्षमता है।

First Published - April 18, 2023 | 11:12 PM IST

संबंधित पोस्ट