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सवाल-जवाब: भारतीय दूरसंचार बाजार में 5G के साथ नए अनुभव की तलाश में

5G यूजर्स अब डेटा से आगे बढ़ रहे हैं, भारतीय दूरसंचार कंपनियों को अलग-अलग इस्तेमाल वाला दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है।

Last Updated- October 03, 2023 | 10:21 PM IST
टेलीकॉम कंपनियों का मानना है कि...हाई बैंड स्पेक्ट्रम खोलना 5G के लिए नाकाफी, Opening up several high band spectrum not enough for 5G, say telcos

डेटा की आसान उपलब्धता से आगे बढ़ते हुए वैश्विक स्तर पर 5जी के उपयोगकर्ता अब अलग अनुभव चाह रहे हैं और भारतीय दूरसंचार परिचालकों को 5जी से कमाई करने के लिए अलग-अलग इस्तेमाल वाला दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है।

यह कहना है एरिक्सन कंज्यूमरलैब के प्रमुख जसमीत सेठी का। कंज्यूमरलैब के पास लोगों के व्यवहार और महत्त्व का अध्ययन करने का 20 साल से अधिक का अनुभव है।

इसमें आईसीटी उत्पादों और सेवाओं के बारे में उनके कार्य करने और सोचने का तरीका भी शामिल है। शुभायन चक्रवर्ती के साथ बातचीत में सेठी ने कहा कि गेमर्स के लिए फास्ट लेन, कंटेंट क्रिएटर्स के लिए पैकेज और स्टेडियम से मल्टी-व्यू वीडियो जैसी नियोजित पेशकश वक्त की जरूरत हैं। प्रमुख अंश

क्या भारतीय उपयोगकर्ताओं का ध्यान डेटा पर केंद्रित है?

आज 5जी पर कोई चार्ज नहीं है, यह मुफ्त दिया जा रहा है और यह असीमित है। ग्राहकों के पास 4जी की दैनिक सीमा है। केवल 30 प्रतिशत 5जी उपयोगकर्ता ही 4जी की अपनी दैनिक सीमा खपा रहे हैं। इससे हमें पता चलता है कि ये उपयोगकर्ता काफी आधुनिक हैं।

वे जानते हैं कि कभी न कभी असीमित 5जी की पेशकश बंद हो जाएगी। उपयोगकर्ताओं का अनुमान है कि बहुत अधिक डेटा वाले 5जी प्लान की भविष्य में जरूरत होगी, जब उन्हें पेश किया जाएगा। इस बात को देखते हुए कि अब उनकी 4जी डेटा सीमा समाप्त हो रही है।

रिपोर्ट यह भी बताती है कि 5जी के दो-तिहाई उपयोगकर्ताओं के पास महीने के अंत में डेटा बचा रहता है। दूरसंचार परिचालक इस जगह को कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?

भारत में 5जी स्मार्टफोन के ये उपयोगकर्ता अपने 4जी के पूरे डेटा का उपयोग नहीं करते हैं, जो औसतन तीन जीबी प्रतिदिन या 90 जीबी प्रति माह है। इन उपयोगकर्ताओं के लिए डेटा महत्वपूर्ण नहीं है। वे अलग-अलग अनुभवों की तलाश में हैं, जिन्हें यूज केस रूप में सामने आने की जरूरत है। परिचालकों के लिए एक मॉडल शुल्क प्लान के साथ सामग्री तथा और अधिक ऐप वाला है।

यह भारत में व्यापक रूप से हो रहा है क्योंकि पहले 4जी के लिए संयोजित किए गए प्लान अब 5जी के लिए पेश किए जा रहे हैं। हमें लगता है कि यह काफी नहीं होगा। रफ्तार स्तर के साथ गारंटीयुक्त प्रदर्शन की पेशकश करने वाले प्लान भी हो सकते हैं।

ऐसा कोई प्लान भी हो सकता है, जो हर वक्त 100 एमबी प्रति सेकंड प्रदान करे, जिसके लिए उपयोगकर्ता भुगतान करें। अभी 5जी सेवाएं ‘बेहतरीन कोशिश’ बनी हुई हैं, जो इस आधार पर होती हैं, जिसे नेटवर्क प्रदान कर सकता है। रफ्तार की कोई गारंटी नहीं होती है।

दूरसंचार कंपनियां 5जी में अलग अनुभव किस तरह प्रदान कर सकती हैं?

परिचालकों के लिए ‘एक ही चीत सभी के लिए उपयुक्त’ वाले दृष्टिकोण के बजाय बाजार में विखंडित उपयोग के मामलों के बारे में सोचने का अवसर है। एक उपयोग का मामला दुनिया में कभी भी बड़े स्तर पर बाजार में नहीं गया है। आज भारत में मोबाइल गेमिंग के लगभग 40 करोड़ उपयोगकर्ता हैं।

उनमें से बहुत से लोग इन-गेम आइटम पर खर्च करते हैं और मल्टीप्लेयर वाले माहौल में जीतने पर ध्यान देते हैं। भारत में 20 करोड़ से ज्यादा यूट्यूब सामग्री निर्माता हैं, जो अपलोड रफ्तार के बारे में ज्यादा परवाह करते हैं। वर्तमान में नेटवर्क उपयोगकर्ताओं को अपलोड की तुलना में बेहतर डाउनलोड गति देने के लिए तैयार किए गए हैं।

यह देखते हुए कि इस तरह का दृष्टिकोण भारत में कभी नहीं आजमाया गया है, आपको क्या लगता है कि भारतीय दूरसंचार परिचालक कितने तत्पर होंगे?

कोई अन्य विकल्प नहीं है। मुझे यकीन है कि भारतीय खिलाड़ियों ने देखा है कि 5G बाजार में अन्य परिचालक क्या कर रहे हैं। बाजार में बड़े स्तर पर आकर्षण का केवल एक ही उपयोग का मामला रहा है – बेहत वीडियो गुणवत्ता। वीडियो फॉरमैट अब स्टैंडर्ड डेफिनिशन से हाई डेफिनिशन (एचडी) और 4के में तब्दील हो रहा है, साथ ही मल्टी-व्यू और 360-डिग्री वीडियो जैसे प्रारूप भी आ रहे हैं।

कार्यक्रमों और खेल-कूद के लिए मल्टी व्यू पेशकश कैमरा एंगल हासिल करने के लिए की जा सकती हैं, जो पारंपरिक प्रसारण प्रारूपों में संभव नहीं हैं।

First Published - October 3, 2023 | 10:21 PM IST

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