Thomas Cook India ने लगातार तीसरी तिमाही में मुनाफा दर्ज किया है। वर्ष 2023 की गर्मियों के लिए बुकिंग और मांग का क्या रुझान है?
गर्मी के आगामी सीजन के मामले में हमारी मांग मजबूत है और अवकाश के हमारे विभिन्न खंडों की मांग में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में हमारे छुट्टियों के खंड में सालाना आधार पर 98 प्रतिशत तक की आश्चर्यजनक वृद्धि हुई है, जो वैश्विक महामारी से पहले वाले स्तर को पार कर गया। भारत के महानगरों और छोटे महानगरों से वीजा के लिहाज से आसान गंतव्यों की मांग में मजबूती बनी हुई है। इसमें वियतनाम, कंबोडिया, बाकू और अल्माटी जैसे नए/उभरते गंतव्य शामिल हैं। यूरोप भारतीयों का पसंदीदा बना हुआ है। हम मांग का अनुमान लगाने में तेज रहे और नवंबर 2022 की शुरुआत में ही एक अनूठी उद्घाटन पेशकश की शुरुआत की, जो हमारी यूरोपीय यात्रा पर मुफ्त में तीन-रात के लक्जरी क्रूज का अनुभव था। इसमें जोरदार तेजी देखने को मिल रही है।
समेकित आधार (consolidated basis) पर विदेश यात्रा का समूह के कारोबार में कितना योगदान रहता है। सरकार द्वारा टीसीएस दर को पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने के प्रस्ताव से आप राजस्व और मार्जिन पर क्या असर देखते हैं?
एकल आधार (standalone basis) पर, विदेश यात्रा खंड से हमारी आय का हमारे यात्रा कारोबार में लगभग 28 प्रतिशत का योगदान रहता है। समेकित आधार पर, विदेश यात्रा खंड से हमारी आय का योगदान लगभग 20 प्रतिशत रहता है। विदेश यात्रा पैकेजों के मामले में पांच प्रतिशत टीसीएस का असर औसत था, क्योंकि ग्राहकों ने इसे असुविधा के रूप में देखा था, लेकिन इससे सौदे रद्द नहीं हुए। हालांकि प्रस्तावित टीसीएस में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी से अंतिम ग्राहकों के मामले में अग्रिम नकदी निकासी में वृद्धि होगी और इस कारण कर विभाग से इसे वापस लेने की प्रक्रियागत चुनौती रहेगी।
इसके परिणामस्वरूप ग्राहक किसी न किसी रूप में वैकल्पिक चैनलों की ओर चले जाएंगे, जहां लोग सीधे विदेशी आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान करेंगे, विदेशी पोर्टलों से ऑनलाइन बुकिंग आदि करेंगे। इससे ये लोग प्रभावी रूप से घरेलू कर दायरे से पूरी तरह बाहर हो जाएंगे। इससे विदेशी ट्रैवल एजेंसियों की तुलना में स्थानीय टूर ऑपरेटरों को खासी दिक्कत होगी, क्योंकि विदेशी ट्रैवल एजेंसियां न तो टीसीएस लेती हैं और न ही जीएसटी।
क्या आप फ्रैंचाइजी खोलने समेत निवेश धीमा कर देंगे?
हम भारत के बाजार को लेकर आशान्वित हैं और हमारा हाइब्रिड ओमनी चैनल ‘क्लिक्स ऐंड ब्रिक्स’ मॉडल हमें नए व्यावहारिक बाजारों को लक्षित करने में मदद कर रहा है। पिछले तीन साल के दौरान हमारी पहले डिजिटल वाली तीव्र रणनीति के अलावा हमने अपने खुदरा नेटवर्क विस्तार में फिर से निवेश करना शुरू कर दिया है। हम टीयर-2 और टीयर-3 शहरों में खासा मौका देख रहे हैं और यह हमारी बढ़ती मौजूदगी में भी दिखता है। प्रतिबंधों में ढील की वजह से हमने देश भर में 38 अवकाश और विदेशी मुद्रा आउटलेट खोले हैं। इसमें फ्रैंचाइजी और अपने स्वामित्व वाले स्थानों का मिश्रण है। मंगलूरु, लुधियाना, नवी मुंबई, कोलकाता, बेंगलूरु और सेलम में सबसे नए आउटलेट हैं।