वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के लिए प्रमुख आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के आंकड़े वृहत अनिश्चितता की ओर इशारा करते हैं। सितंबर तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन एक तिमाही पहले के मुकाबले बेहतर रहा है लेकिन आंकड़ों से चालू वित्त वर्ष के लिए वृद्धि में नरमी के संकेत मिलते हैं।
TCS के बोर्ड ने 4,150 करोड़ रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 17,000 करोड़ रुपये के शेयरों की पुनर्खरीद करने की भी घोषणा की है। यह 2017 के बाद कंपनी का पांचवीं पुनर्खरीद है। तिमाही के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ एक साल पहले की समान तिमाही के मुकाबले 8.7 फीसदी बढ़कर 11,342 करोड़ रुपये हो गया।
एक तिमाही पहले के मुकाबले शुद्ध लाभ में 2.42 फीसदी का इजाफा हुआ। तिमाही के दौरान कंपनी की आय एक साल पहले के मुकाबले 7.9 फीसदी बढ़कर 59,692 करोड़ रुपये हो गई, मगर पिछली तिमाही के मुकाबले आय में मामूली वृद्धि दर्ज की गई।
आय और शुद्ध लाभ दोनों मोर्चे पर TCS का प्रदर्शन ब्लूमबर्ग के अनुमानों से कमतर रहा। ब्लूमबर्ग ने TCS के लिए 60,353 करोड़ रुपये की आय पर 11,409 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ का अनुमान जाहिर किया था।
यह लगातार ऐसी दूसरी तिमाही है जब कंपनी ने कमजोर वृद्धि दर्ज की है। ऐसे में पूरे वित्त वर्ष के लिए दो अंकों में वृद्धि हासिल करना चुनौतीपूर्ण दिख रहा है। TCS एवं अन्य प्रमुख आईटी सेवा कंपनियों की वृद्धि को मुख्य तौर पर पहली छमाही के प्रदर्शन से रफ्तार मिलती है।
हालांकि कंपनी का ऑर्डर बुक दमदार बना हुआ है। यह लगातार ऐसी तीसरी तिमाही रही जब TCS का ऑर्डर बुक 10 अरब डॉलर के स्तर के पार पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का ऑर्डर बुक 11.2 अरब डॉलर रहा। कंपनी ने कहा कि अब वह 9 से 10 अरब डॉलर के ऑर्डर बुक को आसानी से हासिल कर लेगी जबकि पहले 8 से 9 अरब डॉलर का अनुमान जाहिर किया गया था।
TCS के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी के कृत्तिवासन ने कहा, ‘हमने वृहद आर्थिक अनिश्चितता के बावजूद मजबूत प्रदर्शन किया है। रुझान पिछली तिमाही जैसे ही हैं। ग्राहक नई प्रौद्योगिकी में निवेश करना चाहते हैं। वृहद आर्थिक चुनौतियों को देखते हुए ग्राहक भी परियोजनाओं की लागत घटाने पर भी विचार कर रहे हैं। हमें कई सौदे हासिल हुए हैं।’
तिमाही के दौरान वृद्धि को मुख्य तौर पर बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा (बीएफएसआई) और अमेरिकी बाजार से झटका लगा। बीएफएसआई की वृद्धि में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 0.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई जबकि उत्तरी अमेरिका में महज 0.1 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। कंपनी को मुख्य तौर पर ब्रिटेन से रफ्तार मिली जहां सितंबर तिमाही में एक साल पहले के मुकाबले 10.7 फीसदी की शानदार वृद्धि दर्ज की गई।
TCS में कर्मचारियों द्वारा कंपनी छोड़ने की दर में भी कमी आई है। सितंबर तिमाही के दौरान कर्मचारियों द्वारा कंपनी छोड़ने की दर 14.9 फीसदी रही। मगर इस दौरान 6,333 कर्मचारियों ने कंपनी छोड़ी।