टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर के. कृतिवासन की सालाना सैलरी वित्त वर्ष 2024-25 में 4.6% बढ़कर ₹26.5 करोड़ हो गई है। पिछले साल उनकी सैलरी ₹25.35 करोड़ थी। कंपनी की ताज़ा सालाना रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, कृतिवासन को ₹1.39 करोड़ की बेस सैलरी मिली। इसके अलावा ₹2.12 करोड़ उन्हें भत्तों, सुविधाओं और परक्विज़िट्स के रूप में मिले। सबसे बड़ा हिस्सा ₹23 करोड़ का रहा, जो कमीशन के रूप में उन्हें दिया गया। उनका वेतन औसत कर्मचारी के मुकाबले 329.8 गुना है।
टीसीएस ने कहा कि कर्मचारियों को भी औसतन 4.5% से 7% तक की वेतन वृद्धि दी गई, जबकि भारत में बेहतर प्रदर्शन करने वालों को डबल डिजिट यानी 10% से ज्यादा की बढ़ोतरी मिली। प्रमोशन और अन्य वजहों को मिलाकर कुल वेतन वृद्धि 5.5% से 7.5% रही। भारत के बाहर के कर्मचारियों को 1.5% से 6% तक का इज़ाफा मिला।
टीसीएस ने कहा कि वेतन में बढ़ोतरी देश के बाज़ार ट्रेंड्स के अनुसार की जाती है। साथ ही, परफॉर्मेंस पे का निर्धारण कंपनी की परफॉर्मेंस, कर्मचारी की भूमिका और उसके व्यक्तिगत प्रदर्शन के आधार पर किया जाता है। टीसीएस के पास मार्च 2025 तक कुल 6,07,979 कर्मचारी थे। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में कर्मचारियों के औसत वेतन में 6.3% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
कृतिवासन ने शेयरहोल्डर्स के नाम लिखे अपने पत्र में कहा कि मौजूदा भू-राजनीतिक और आर्थिक हालात बहुत चुनौतीपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि AI के क्षेत्र में तेज़ी से बदलाव हो रहे हैं- इन्फ्रास्ट्रक्चर, डेटा प्लेटफॉर्म्स, मॉडल्स और AI आधारित बिजनेस एप्लिकेशन में तेजी से इनोवेशन हो रहा है।
उन्होंने कहा कि ग्राहक अब AI को सिर्फ एक प्रयोग के तौर पर नहीं, बल्कि मुनाफा बढ़ाने वाले स्केलिंग टूल के रूप में देख रहे हैं। इसके जवाब में TCS ‘AI सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ बना रही है, AI लैब्स शुरू कर रही है और सुरक्षित, स्केलेबल जनरेटिव AI प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है।