भारत की सबसे बड़ी सूचना एवं प्रौद्योगिकी (IT) सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के मौजूदा प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी राजेश गोपीनाथन 31 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इससे पहले उन्होंने सभी कर्मचारियों को ईमेल भेज कर शुक्रिया अदा की और कंपनी की कमान संभालने वाले के कीर्तिवासन का स्वागत किया।
गोपीनाथन ने लिखा, ‘टीसीएस का नेतृत्व संभालने वाले और कंपनी के लिए 50 अरब डॉलर का लक्ष्य तय करने वाले कीर्ति को मैं शुभकामनाएं देता हूं। मुझे पूरा भरोसा है कि टीसीएस के लिए आगामी वर्ष काफी बेहतर रहेंगे।’
कंपनी की उपलब्धियों और कंपनी में संरचनात्मक परिवर्तनों के बारे में लिखते हुए गोपीनाथन ने मुख्य कार्याधिकारी चुने गए कीर्तिवासन का स्वागत भी किया।
गोपीनाथन ने टीसीएस के कर्मचारियों को भेजे गए ईमेल में लिखा है, ‘इस सप्ताह टीसीएस के साथ मेरे दो दशक लंबे सफर का अंत हो गया। मैं 31 मई, 2023 को मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हो रहा हूं। बीते 6 वर्षों के दौरान कंपनी का नेतृत्व करना मेरे लिए सौभाग्य की बात थी। यह हम सभी लोगों के परिवर्तन और जबरदस्त वृद्धि का दौर रहा है।’
हालांकि, गोपीनाथन अपनी मुख्य कार्याधिकारी की भूमिका से हट रहे हैं, लेकिन वह 16 सितंबर, 2023 तक कामकाज देखते रहेंगे।
मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि गोपीनाथन और कीर्तिवासन सभी बड़े क्लाइंट्स से मिल रहे हैं। उनके नेतृत्व में टीसीएस का राजस्व मार्च 2017 के 17.5 अरब डॉलर से बढ़कर मार्च 2023 में 27.9 अरब डॉलर हो गया। इसी अवधि के दौरान कंपनी का बाजार पूंजीकरण 74 अरब डॉलर से बढ़कर 143 अरब डॉलर हो गया।
गोपीनाथन ने कंपनी में किए गए ढांचागत बदलाव और ब्रांड संबंधी पहल के बारे में उल्लेख किया और बताया कि उससे कंपनी को किस प्रकार फायदा हुआ। ब्रांड की नई पहचान बनाने के लिए कई वर्षों से प्रयास और खुद पर भरोसा किया गया, जिससे स्थिति में बदलाव आया।
गोपीनाथन के इस्तीफे की खबर बाजार को हैरान करने वाला था। ऐसा पहली बार हुआ कि बड़ी आईटी कंपनियों में से एक के मुख्य कार्याधिकारी ने अपने पद से हटने का निर्णय लिया हो। टीसीएस के इतिहास में भी ऐसा पहली बार हुआ था।
कंपनी ने साल 1968 में अपनी स्थापना के बाद से अब तक सिर्फ चार मुख्य कार्याधिकारी देखे हैं। गोपीनाथन ने अब तक अपनी भावी योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं दी है। कुछ खबरों में संभावना जताई जा रही है कि वह समूह के भीतर ही परामर्शदाता के रूप में सेवाएं दे सकते हैं।
गोपीनाथन ने कहा, ‘मैं खुशनसीब हूं कि मैंने छह वर्षों तक टीसीएस का नेतृत्व किया है और कोहली, राम और चंद्रा की गौरवशाली विरासत को आगे बढ़ाया है। मैं खास कर हमारे चेयरमैन चंद्रा को वर्षों से उनकी दी गई सलाह के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।’