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टाटा संस का ध्यान निवेश और बहीखाते की मजबूती पर

टाटा संस ने कोविड-19 वै​श्विक महामारी के कारण वित्त वर्ष 2020 में लाभांश का भुगतान नहीं किया था मगर उस साल कंपनी के शुद्ध लाभ में एक साल पहले के मुकाबले 134% की वृद्धि हुई थी।

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कृष्ण कांत   
Last Updated- October 11, 2024 | 10:51 PM IST

हाल के वर्षों में टाटा संस (Tata Sons) के शुद्ध लाभ में जबरदस्त वृद्धि हुई है, मगर टाटा समूह की इस होल्डिंग कंपनी ने अपने शेयरधारकों को अधिक लाभांश भुगतान करने के बजाय समूह के कारोबार में विस्तार पर निवेश को प्राथमिकता दी है। टाटा संस के सबसे बड़े शेयरधारकों में टाटा ट्रस्ट्स और शापूरजी पलोनजी समूह शामिल हैं। टाटा संस में टाटा ट्रस्ट्स की 66 फीसदी हिस्सेदारी है। टाटा ट्रस्ट्स कंपनी से प्राप्त लाभांश आय का उपयोग अपनी विभिन्न परोपकारी गतिविधियों के लिए वित्तपोषण में करते हैं।

टाटा संस ने वित्त वर्ष 2024 में अपने शुद्ध लाभ का महज 4.1 फीसदी हिस्से का ही शेयरधारकों के बीच लाभांश के रूप में वितरित किया। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने इस मद में अपने शुद्ध लाभ का 3.2 फीसदी खर्च किया है। पिछले दस वर्षों के दौरान कंपनी का लाभांश भुगतान अनुपात औसतन 15 फीसदी रहा है। यह समान अव​धि में सेंसेक्स कंपनियों के करीब 35 फीसदी लाभांश भुगतान अनुपात का लगभग आधा है।

पिछले दस वर्षों के दौरान टाटा संस का शुद्ध लाभ (एकल आधार पर) 27.5 फीसदी चक्रवृद्धि वार्षिक दर (सीएजीआर) से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 34,654 करोड़ रुपये हो गया जो वित्त वर्ष 2014 में 3,053 करोड़ रुपये रहा था। समान अव​धि में कंपनी के कुल लाभांश में 15.9 फीसदी सीएजीआर के साथ बढ़त दर्ज की गई। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का कुल लाभांश भुगतान 1,414.4 करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 2014 में 323.3 करोड़ रुपये रहा था।

टाटा संस ने कोविड-19 वै​श्विक महामारी के कारण वित्त वर्ष 2020 में लाभांश का भुगतान नहीं किया था मगर उस साल कंपनी के शुद्ध लाभ में एक साल पहले के मुकाबले 134 फीसदी की वृद्धि हुई थी।

वै​श्विक महामारी के बाद टाटा संस ने लाभांश भुगतान को भी अपनी आय में हुई वृद्धि के अनुरूप बढ़ाया है। हो​ल्डिंग कंपनी द्वारा लाभांश भुगतान पिछले तीन वर्षों में तिगुना बढ़ चुका है। वित्त वर्ष 2021 में कंपनी ने 404.1 करोड़ रुपये का लाभांश भुगतान किया था और उसके बाद उसमें 51.8 फीसदी सीएजीआर के साथ वृद्धि हुई है। मगर इस दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ 5 गुना से अधिक बढ़ चुका है। टाटा संस का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2021 में 6,511.6 करोड़ रुपये था और उसके बाद उसमें 74.6 फीसदी सीएजीआर के साथ बढ़त दर्ज की गई है।
टाटा संस ने अपने शुद्ध लाभ में हुई जबरदस्त वृद्धि से प्राप्त रकम का उपयोग विमानन, रिटेल एवं ई-कॉमर्स, रक्षा और इलेक्ट्रॉनिकी विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में समूह की गैर-सूचीबद्ध कंपनियों में अतिरिक्त निवेश में किया है।

First Published : October 11, 2024 | 10:49 PM IST