टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा पावर ने आज वित्त वर्ष 25 की अंतिम तिमाही के रिजल्ट की घोषणा कर दी। बीती तिमाही में कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया है। मार्च 2025 को खत्म हुई तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 16.5% बढ़कर 1,043 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की इसी तिमाही में यह 895 करोड़ रुपये था। कंपनी की परिचालन आय भी 8% बढ़कर 17,096 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल 15,847 करोड़ रुपये थी। टाटा पावर ने अपने मजबूत प्रदर्शन के दम पर निवेशकों का भरोसा जीता। रिजल्ट की घोषणा से पहले कंपनी के शेयर बीएसई पर 2.2% की तेजी के साथ 398.05 रुपये पर बंद हुए।
इसके साथ ही कंपनी ने अपने शेयरधारकों के लिए 2.25 रुपये प्रति शेयर (225%) का अंतिम डिविडेंड देने की भी घोषणा की है। यह डिविडेंड 4 जुलाई 2025 को होने वाली कंपनी की 106वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में शेयरधारकों की मंजूरी के बाद लागू होगा। डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड तिथि 20 जून 2025 तय की गई है। अगर एजीएम में मंजूरी मिलती है, तो 7 जुलाई 2025 से डिविडेंड का भुगतान शुरू होगा। यह भुगतान उन शेयरधारकों को मिलेगा, जिनके नाम 20 जून 2025 को कारोबारी घंटों के अंत तक कंपनी के रजिस्टर में दर्ज होंगे।
टाटा पावर के सीईओ और प्रबंध निदेशक डॉ. प्रवीर सिन्हा ने बताया कि वित्त वर्ष 2025 कंपनी के लिए ऐतिहासिक रहा। उन्होंने कहा, “इस साल कंपनी का कुल शुद्ध मुनाफा 5,000 करोड़ रुपये को पार कर गया, जो सभी कारोबारी क्षेत्रों के शानदार प्रदर्शन का नतीजा है। मार्च तिमाही में कंपनी का EBITDA 14% बढ़कर 3,829 करोड़ रुपये रहा।”
सिन्हा ने आगे कहा, “रिन्यूएबल एनर्जी में कंपनी ने पहली बार एक साल में 1 गीगावाट से ज्यादा क्षमता जोड़ी और अब अगले साल 2 गीगावाट का लक्ष्य है। रूफटॉप सोलर कारोबार में भी कंपनी ने 1.5 लाख से ज्यादा इंस्टॉलेशन के साथ 3 गीगावाट की क्षमता हासिल की। तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में 4.3 गीगावाट की सेल और मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट ने 3,291 मेगावाट मॉड्यूल और 846 मेगावाट सेल का उत्पादन किया। ओडिशा डिस्कॉम का मुनाफा इस तिमाही में 3 गुना और पूरे साल में 43% बढ़ा।”
सिन्हा ने कहा कि यह 22वीं तिमाही है, जब कंपनी ने लगातार मुनाफा बढ़ाया है। उन्होंने कहा, “कंपनी का यह प्रदर्शन न केवल कंपनी की मजबूती को दिखाता है, बल्कि भारत के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में हमारी बढ़ती हिस्सेदारी को दिखाता है।”