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टाटा पावर ने दिखाई ग्रीन ग्रोथ की राह, 3.4 GW रूफटॉप क्षमता तक पहुंच

चंद्रशेखरन ने कहा कि कंपनी शुद्ध सौर और पवन ऊर्जा से ‘हाइब्रिड’ अक्षय ऊर्जा बाजार में एक ताकत बनने की ओर अग्रसर है।

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बीएस संवाददाता   
भाषा   
Last Updated- July 05, 2025 | 12:07 PM IST

टाटा पावर के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कंपनी को स्वच्छ और उपभोक्ता पर केंद्रित ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी में बदलने की रणनीति की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने वित्त वर्ष 25 के दौरान रिकॉर्ड वित्तीय प्रदर्शन की जानकारी दी।

चंद्रशेखरन ने कहा कि कंपनी शुद्ध सौर और पवन ऊर्जा से ‘हाइब्रिड’ अक्षय ऊर्जा बाजार में एक ताकत बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कंपनी की 106वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि टाटा पावर भविष्य में परमाणु ऊर्जा विकास में भी भाग लेने के लिए तैयार है। कंपनी की भविष्य की योजनाओं को साझा करते हुए चंद्रशेखरन ने कहा, ‘टाटा पावर शुद्ध सौर और पवन ऊर्जा कंपनी से हाइब्रिड यानी मिश्रित (एक साथ सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाएं) अक्षय ऊर्जा बाजार में एक ताकत बनने की ओर अग्रसर है।’

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उन्होंने कहा कि टाटा पावर शुद्ध रूप से शून्य कर्बन उत्सर्जन की यात्रा में मददगार है और उद्योगों तथा उपभोक्ताओं को लगातार 24 घंटे टिकाऊ बिजली दे रहा है। चेयरमैन ने कहा कि कंपनी परमाणु क्षेत्र को निजी भागीदारी के लिए खोलने की स्थिति में तैयार है।

चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा पावर देश के ऊर्जा परिवर्तन की अगुआई करने के लिए ‘आदर्श स्थिति’ में है। उसका उत्पादन पोर्टफोलियो 25 गीगावॉट को पार कर गया है। इसमें से 65 प्रतिशत हिस्सा स्वच्छ और हरित स्रोतों से आता है।

कंपनी अब सौर, पवन, जलविद्युत और भंडारण को एकीकृत करते हुए अक्षय ऊर्जा के हाइब्रिड समाधानों तथा चौबीसों घंटे हरित ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित कर रही है। तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में टाटा पावर की 4.3 गीगावॉट की सौर विनिर्माण इकाई अब पूरी तरह चालू हो गई है। भारत से बाहर 5 गीगावॉट की अक्षय और जलविद्युत परियोजनाएं विकसित करने के लिए उसने भूटान की ड्रक ग्रीन पावर के साथ साझेदारी भी की है।

चंद्रशेखरन ने कहा कि कंपनी रूफटॉप सोलर और ईवी चार्जिंग समाधान वाले उपभोक्ता-केंद्रित ब्रांड के रूप में विकसित हुई है। टाटा पावर देश की अग्रणी रूफटॉप सोलर प्रदाता है और उसका देश का सबसे बड़े ईवी चार्जिंग नेटवर्क है। टाटा पावर ने 4,800 करोड़ रुपये की पारेषण परियोजनाएं हासिल की हैं। इससे उसका नेटवर्क 7,000 सर्किट किलोमीटर से अधिक हो गया। उन्होंने कहा कि इसके डिस्कॉम अब दिल्ली, मुंबई और ओडिशा सहित सात क्षेत्रों में 1.28 करोड़ ग्राहकों को सेवा देते हैं। चंद्रा ने एआई-171 हवाई त्रासदी के पीड़ितों और दिवंगत रतन टाटा को भी श्रद्धांजलि दी।

5 गुना हुई टीपीआरईएल की ‘रूफटॉप’ की संख्या

टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (टीपीआरईएल) की ‘रूफटॉप’ सौर प्रणालियों की संख्या अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर पांच गुना होकर रिकॉर्ड 45,589 पर पहुंच गईं। साथ ही स्थापित क्षमता 220 मेगावॉट हो गई। वित्त वर्ष 2024-25 के अप्रैल-जून में ‘रूफटॉप’ सौर प्रणालियों की संख्या 8,838 थी। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में स्थापित सौर ऊर्जा प्रणालियों की संख्या में वृद्धि से टीपीआरईएल ने देश भर में कुल 2,04,443 रूफटॉप सौर प्रणालियों की स्थापना की, जिनकी संचयी क्षमता 3.4 गीगावॉट से अधिक है।

First Published : July 5, 2025 | 12:06 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)