टाटा मोटर्स की बाजार में कुल कीमत (मार्केट कैपिटलाइज़ेशन) पहली बार 4 लाख करोड़ रुपये से पार हो गई है। नोमुरा द्वारा शेयर की कीमत बढ़ाने की सलाह के बाद टाटा ग्रुप की इस कंपनी के शेयरों में 6.2% की बढ़ोतरी हुई और ये 1091 रुपये पर बंद हुए।
इससे पहले कंपनी की कीमत 3.63 लाख करोड़ रुपये थी। वहीं, टाटा मोटर्स के ‘ए’ श्रेणी के शेयर भी 6.5% बढ़कर 747 रुपये पर बंद हुए। इन सभी ‘ए’ श्रेणी के शेयरों की कुल कीमत 37,990 करोड़ रुपये है।
नोमुरा ने टाटा मोटर्स के शेयर की कीमत का लक्ष्य 1141 रुपये से बढ़ाकर 1294 रुपये कर दिया है और इसे खरीदने की सलाह दी है। नोमुरा का कहना है कि लक्ज़री कार बनाने वाली कंपनी जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) की बेहतर स्थिति से टाटा मोटर्स के शेयर की कीमत में काफी बढ़ोतरी हो सकती है।
इसके अलावा, कंपनी के कमर्शियल व्हीकल बिज़नेस को अलग करने की योजना से भी इस बिज़नेस की कीमत में बढ़ोतरी होगी। नोमुरा ने कंपनी की कीमत का अनुमान 10 गुना से बढ़ाकर 11 गुना कर दिया है।
टाटा मोटर्स अब टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के बाद टाटा ग्रुप की दूसरी सबसे कीमती कंपनी बन गई है।
इस साल की शुरुआत से ही टाटा मोटर्स के शेयरों की कीमत में 38% की बढ़ोतरी हुई है। कुछ समय पहले टाटा मोटर्स ने घोषणा की थी कि वह दो अलग-अलग कंपनियां बनाएगी, जिनमें से एक कमर्शियल वाहनों के कारोबार और दूसरी यात्री वाहनों (जिसमें जगुआर लैंड रोवर भी शामिल है) के कारोबार को संभालेगी।
मई में कंपनी ने अपने ‘ए’ श्रेणी के शेयरों को सामान्य शेयरों में बदलने की योजना के लिए शेयरधारकों की मंजूरी भी ले ली। साल 2023 में जुलाई में पहली बार बताई गई इस योजना के तहत हर 10 ‘ए’ श्रेणी के शेयर के बदले में टाटा मोटर्स के 7 सामान्य शेयर जारी किए जाएंगे।
इस कदम का मकसद कंपनी के कैपिटल स्ट्रक्चर को आसान बनाना और उसे मजबूत करना है, जिससे कंपनी के दो अलग हिस्सों में बंटवारा करना आसान हो जाएगा।