टाटा मोटर्स जुलाई में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले वाहनों के पंजीकरण के लिहाज से महिंद्रा ऐंड महिंद्रा को पछाड़कर तीसरे पायदान पर पहुंच गई। वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलरर्स एसोसिएशन (फाडा) की ओर से जारी नए पंजीकरण आंकड़ों के आधार पर वाहन विनिर्माताओं की बाजार हिस्सेदारी से इसका खुलासा हुआ है। मौजूदा वैश्विक महामारी के दौर में प्रवेश स्तर की कारों को प्राथमिकता दी जा रही है जिससे बाजार की अग्रणी कंपनी मारुति सुजूकी को अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद मिली।
ऐसा पहली बाजार हुआ है जब वाहन डीलरों के संगठन ने पंजीकरण के आधार पर बाजार हिस्सेदारी के आंकड़े जारी किए हैं। वाहन विनिर्माताओं के संगठन सायम थोक बिक्री (डीलरों को डिस्पैच) के आधार पर बाजार हिस्सेदारी के आंकड़े जारी करता है।
सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में टाटा मोटर्स के नए वाहनों का पंजीकरण बढ़कर 12,753 वाहन हो गया जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 12,760 वाहनों का रहा था। टाटा समूह की इस प्रमुख कंपनी की यात्री कार बाजार में बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 8.10 फीसदी हो गई जो पिछले ाल जुलाई में 6.07 फीसदी रही थी।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) के वाहनों का पंजीकरण जुलाई में घटकर 7,811 वाहन रह गया जबकि पिछले साल जुलाई में यह आंकड़ा 17,828 वाहनों का रहा था। महीने के दौरान एमऐंडएम की बाजार हिस्सेदारी 8.47 फीसदी से घटकर 5 फीसदी रह गई। शीर्ष दो कार कंपनियां मारुहित और हुंडई ने बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से अपनी स्थिति बरकरार रखने में कामयाब रहीं जबकि बिक्री में सालाना आधार पर गिरावट दर्ज की गई। मारुति की बाजार हिस्सेदारी 47.24 फीसदी से बढ़कर 50.40 फीसदी हो गई जबकि हुंडई की बाजार हिस्सेदारी पिछले साल जुलाई में 18.33 फीसदी थी जो इस साल जुलाई में बढ़कर 18.69 फीसदी हो गई।
देश के यात्री कार बाजार में हाल में दस्तक देने वाली किया मोटर्स इंडिया की बाजार हिस्सेदारी जुलाई में 4.45 फीसदी रही। रेनो इंडिया की बाजार हिस्सेदारी में भी उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया। महीने के दौरान कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 2.04 फीसदी से बढ़कर 3.18 फीसदी हो गई।