टाटा संस और अमेरिकी बीमा दिग्गज एआईजी का संयुक्त उद्यम टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी टाटा समूह की विमानन कंपनियों एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, टाटा एसआईए एयरलाइंस और एयरएशिया इंडिया को बीमा कवर मुहैया कराने की दौड़ में शामिल होने वाली है।
अभी भारत की सार्वजनिक कंपनियां विमानन कंपनी को बीमा कवर मुहैया करा रही हैं और वे विदेशी फर्मों के साथ परिसंपत्तियों का पुनर्बीमा करा रही हैं। एआईजी पहले से ही एयर इंडिया के 117 विमानों के बेड़े को बीमा कवर मुहैया कराने वाले इंटरनैशनल कंसोर्टियम में शामिल है। चूंकि अब उसकी भारतीय साझेदार के पास अब एयर इंडिया व एयर इंडिया एक्सप्रेस का स्वामित्व है, लिहाजा वह कारोबार हासिल करने के लिए बोली लगाएगी। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने कहा, एयर इंडिया ने अपने बेड़े का बीमा वित्त वर्ष 21 में 118 करोड़ रुपये का प्रीमियम एकल आधार पर चुकाकर कराया है जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में उसने 158 करोड़ रुपये चुकाए थे। सरकारी स्वामित्व वाली बीमा कंपनियां बीमा प्रीमियम का सिर्फ एक फीसदी रखती हैं और बाकी प्रीमियम व जोखिम इंटरनैशनल कंसोर्टियम के हवाले कर देती हैं ताकि उनके खाते पर जोखिम न हो। एक सूत्र ने कहा, किसी दुर्घटना के समय भारी रकम चुकानी होती है। उदाहरण के लिए कोझिकोड एयर इंडिया दुर्घटना अगस्त 2020 में हुई थी और बीमा कंपनियों को शुरुआती क्लेम के तौर पर 700 करोड़ रुपये देने पड़े थे और अभी और क्लेम बाकी हैं। कोई बीमा कंपनी अकेले किसी विमानन कंपनी को बीमा कवर नहीं दे सकती क्योंंकि दुर्घटना के समय क्लेम की रकम काफी हो सकती है। चारों विमानन कंपनियों को मिलाकर बेड़े का कुल आकार 221 विमानों का होगा, जिसमें एयर इंडिया व एयर इंडिया एक्सप्रेस के 141 विमान, टाटा एसआईए एयरलाइंस के 47 विमान और एयरएशिया इंडिया के 33 विमान शामिल हैं। चारों विमानन कंपनियों की तरफ से चुकाया जाने वाला प्रीमियम काफी ज्यादा होगा और टाटा एआईजी को अपना भारतीय कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी।
टाटा संस के प्रवक्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड की तरफ से भेजी गई प्रश्नावली का जवाब नहींं दिया। टाटा एआईजी का स्वामित्व टाटा संस व एआईजी के पास है और इनकी हिस्सेदारी क्रमश: 74 व 26 फीसदी है।
पिछले पांच वर्षों में भारत में टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी को अपनी मूल इकाइयों से 750 करोड़ रुपये पूंजी मिली है। जून 2021 में उसका सॉल्वेंसी रेश्यो 2.32 गुना और मार्च 2021 में 2.22 गुना जबकि मार्च 2020 में 1.84 गुना रहा है, जिसे ज्यादा लाभ से सहारा मिला है। कंपनी का सकल प्रत्यक्ष प्रीमियम वित्त वर्ष 21 में 8,042 करोड़ रुपये रहा जबकि कर पश्चात लाभ 448 करोड़ रुपये।
