ऑनलाइन भोजन आपूर्तिकर्ता और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्विगी ने कहा है कि साल 2030 तक उसके डिलिवरी बेड़े में सभी वाहन इलेक्ट्रिक होंगे। इसके अलावा रेस्तरां श्रृंखला को जिम्मेदार पैकेजिंग व्यवस्था अपनाने, 10 करोड़ भोजन ऑर्डर वितरण, आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े 10 लाख कर्मियों का कौशल विकास और जलवायु कार्रवाई में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए 100 स्टार्टअप को सहयोग देने जैसे लक्ष्यों को हासिल किया जाएगा।
स्विगी ने मंगलवार को सतत विकास शिखर सम्मेलन 2025 के अपने प्रमुख लक्ष्यों के बारे में बताया। इसमें कहा गया है कि आने वाले वर्षों में कंपनी का पूरा ध्यान पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी, कचरा प्रबंधन और हरित पहल अपनाने पर रहेगा। प्लेटफॉर्म वार्षिक स्तर पर प्रत्यक्ष परिचालन प्रक्रिया में शीघ्र निपटान योग्य अपशिष्ट को 25 प्रतिशत तक कम करने एवं प्रतिकूल घटनाओं को 10 प्रतिशत तक रोकने के लक्ष्य तय करती है।
शिखर सम्मेलन में लोक सभा सांसद शशि थरूर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। प्लेटफॉर्म की इन पहलों की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा, ‘भारत जलवायु अनुकूल राष्ट्रों में से एक है। इस प्रकार सतत विकास इसके लिए बाद की चीज नहीं बल्कि इसका पथ प्रदर्शक सिद्धांत है। अब यह खूब अच्छी तरह महसूस किया जाने लगा है कि कारोबार में लाभप्रदता ही प्रमुख लक्ष्य नहीं होना चाहिए। इसे सकारात्मक बदलाव लाने वाले सक्रिय एजेंट के रूप में काम करना चाहिए।’ स्विगी के प्रबंध निदेशक और समूह सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, ‘सतत विकास केवल पृथ्वी के लिए नहीं है, बल्कि यह यहां रहने वाले लोगों के लिए भी है। हमें इस मिशन को हासिल करने के लिए पूरी जिम्मेदारी और सतर्कतापूर्वक आगे बढ़ना होगा। हमें गर्व है कि भारत के शहरीकरण की व्यापक यात्रा में आगे बढ़ते हुए हम भी छोटी सी भूमिका निभा रहे हैं।’
इस दौरान कंपनी ने सामाजिक संगठन सुलभ इंटरनैशनल के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए। इसके तहत अभी दिल्ली, गुरुग्राम, पुणे, हैदराबाद और बेंगलूरु समेत 10 शहरों में स्विगी से जुड़े डिलिवरी पार्टनर मुफ्त में सुलभ शौचालयों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस वर्ष जनवरी में स्विगी ने गैर-लाभकारी संगठन रॉबिन हुड आर्मी के साथ साझेदारी में वर्ष 2030 तक 5 करोड़ भोजन वितरण का लक्ष्य हासिल करने का भी ऐलान किया था।