डीलरों को भेजी गई यात्री वाहनों की खेपों में 4.1 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। यह नवंबर में अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इस महीने के दौरान खुदरा बिक्री में 14 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। अगर दिसंबर में खुदरा बिक्री में तेजी नहीं आती है तो बिना बिके वाहनों के स्टॉक में और वृद्धि हो सकती है।
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सायम) के आंकड़ों के अनुसार नवंबर में मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) ने डीलरों को 3,47,522 यात्री वाहनों की खेप भेजी और इसमें पिछले साल की तुलना में 4.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। साल 2023 में त्योहारी सीजन अक्टूबर और नवंबर तक फैला हुआ था जो अधिक आधार को दर्शाता है।
इससे डीलरों के पास बिना बिके वाहनों के स्तर में वृद्धि हो सकती है क्योंकि नवंबर में खुदरा बिक्री सुस्त रही है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने इस सप्ताह की शुरुआत में बताया था कि बाजार के कमजोर मनोबल, नए वाहनों की सीमित लॉन्चिंग और अक्टूबर में त्योहारों का जोर जल्द शुरू होने से नवंबर का प्रदर्शन कमजोर हो गया।
फाडा ने कहा, ‘बिना बिके वाहनों के स्टॉक में कमी (करीब 10 दिन तक की गिरावट) के बावजूद स्टॉक का स्तर 65 से 68 दिनों के अधिक स्तर पर बना हुआ है। फाडा यात्री वाहनों के ओईएम से आपूर्ति दुरुस्त करने के लिए लगातार गुजारिश कर रहा है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि नए साल में स्टॉक बेहतर स्थिति में हो।’
देश की सबसे बड़ी यात्री वाहन कंपनी मारुति सुजूकी इंडिया ने 1 दिसंबर को कहा था कि उसके पास 30 दिनों तक की आपूर्ति का स्टॉक है। इसी तरह देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी टाटा मोटर्स ने भी कहा कि उसके पास 30 दिनों की आपूर्ति का स्टॉक है।
वाहन क्षेत्र के मूल उपकरण विनिर्माताओं ने कहा कि वे लगातार मासिक आधार पर खुदरा और थोक बिक्री की तुलना करते हैं, जिसमें ‘वाहन’ के आंकड़े और डीलरों के भेजी गई खेप की तुलना की जाती है। उद्योग के एक अंदरुनी सूत्र ने कहा, ‘हर ओईएम ऐसा करता है।’
हालांकि फाडा के अध्यक्ष सीएस विघ्नेश्वर ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि ‘हम यात्री वाहनों के मामले में समूचे उद्योग स्तर पर 65 दिनों की आपूर्ति वाले स्टॉक के साथ फंसे हुए हैं। हमें पक्के तौर पर इस महीने के अंत तक नहीं पता चलेगा कि यह स्तर कहां तक जाएगा। 65 दिन शायद दिसंबर के मामले में ऐतिहासिक रूप से अधिक स्तर हो सकता है।’
सायम के महानिदेशक राजेश मेनन ने शुक्रवार को कहा कि त्योहारी अवधि में अक्टूबर में दिखी मांग की रफ्तार नवंबर में समूचे उद्योग के लिए जारी रही है, हालांकि दोपहिया और तिपहिया वाहनों की श्रेणी में नवंबर के दौरान मामूली गिरावट देखी गई।