सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को किफायती विमानन कंपनी SpiceJet के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अजय सिंह से तल्ख अंदाज में कहा कि आपके पास गो फर्स्ट खरीदने के लिए पैसे हैं, लेकिन क्रेडिट स्विस को देने के लिए नहीं? न्यायालय ने अजय सिंह को 15 मार्च तक क्रेडिट सुइस का बकाया कर्ज चुकाने का निर्देश दिया।
न्यायालय ने सिंह को सुनवाई की अगली तारीख 22 मार्च को पेश होने का निर्देश देते हुए कहा, ‘हम अखबार की उन खबरों पर न्यायिक तौर पर विचार क्यों नहीं करें जिनमें कहा गया है कि आप गो एयर (अब गो फर्स्ट) को खरीदने की योजना बना रहे हैं?’
जब एयरलाइन के वकील ने कहा कि उन्होंने देरी वाला भुगतान कर दिया है तो अदालत ने कहा कि देर से भुगतान की कोई गुंजाइश नहीं है। न्यायालय ने कहा, ‘तथ्य यह है कि सिंह ने चूक की है जो कि दी गई तारीख से जाहिर है।’क्रेडिट सुइस और SpiceJet करीब 2.4 करोड़ डॉलर के बकाया ऋणों कौ लेकर वर्ष 2015 से कानूनी लड़ाई में फंसी हुई हैं। क्रेडिट सुइस ने सर्वोच्च न्यायालय को बताया कि उसे 15 फरवरी तक 1.5 करोड़ रुपये मिलने थे लेकिन सिर्फ 1.375 करोड़ रुपये मिले।
पिछले साल सितंबर में सर्वोच्च न्यायालय ने SpiceJet को अनुमति दी थी कि वह 30 लाख डॉलर का बकाया निपटाने के लिए 6 महीने तक हर महीने 10 लाख डॉलर की रकम क्रेडिट सुइस को चुकाए। उस समय किफायती विमानन सेवा फर्म ने न्यायालय को बताया था कि वह स्विस फर्म को 5 लाख डॉलर का मासिक भुगतान पहले से ही कर रही थी और उसने मासिक भुगतान 6 महीने तक अतिरिक्त 5 लाख डॉलर तक बढ़ाए जाने की अनुमति मांगी थी।
सर्वोच्च न्यायालय ने पाया कि SpiceJet मासिक भुगतान में 30 लाख डॉलर तक पीछे है और उसने एयरलाइन को सातवें महीने से अपना भुगतान नियमित बनाने का निर्देश दिया था।
सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय ने एयरलाइन से कहा कि वह अपने मासिक भुगतान के साथ साथ 15 मार्च तक 12.5 लाख डॉलर की रकम चुकाए।
अगस्त 2022 में, दोनों पक्षों ने आपसी तालमेल के साथ समझौते पर पहुंचने के बारे में सर्वोच्च न्यायालय को अवगत कराया था। हालांकि मार्च 2023 में क्रेडिट सुइस ने सिंह और एयरलाइन के खिलाफ अवमानना मामला शुरू कर दिया और इस पर जोर दिया कि SpiceJet ने समझौता शर्तों के तहत उसे भुगतान नहीं किया।
वर्ष 2011 में एयरलाइन ने स्विस मैंटेनेंस फर्म एसआरटी टेक्निक्स के साथ विमान सर्विस के लिए 10 साल का समझौता किया था। 2012 में एसआरटी ने मैंटेनेंस के लिए भुगतान वसूलने के मकसद से अपना अधिकार क्रेडिट सुइस को स्थानांतरित कर दिया।
SpiceJet के प्रवर्तक अजय सिंह और बिजी बी एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड (बीबीएपीएल) ने दिवालिया एयरलाइन गो फर्स्ट के लिए संयुक्त रूप से बोली सौंपी है। गो फर्स्ट ने पिछले साल मई में अपना परिचालन बंद कर दिया। इसके लिए शारजाह की विमानन सेवा कंपनी स्काईवन ने भी बोली सौंपने की घोषणा की।