देश में इंजीनियरिंग क्षेत्र के प्रतिभाशाली छात्र इन दिनों बड़ी असमंजस की स्थिति से गुजर रहे हैं क्योंकि कई कॉलेज कैंपस छात्रों की भर्ती कराने के लिए कंपनियों को अपने यहां बुलाने को लेकर जूझ रहे हैं। इन दिनों उन कॉलेज परिसर या संस्थानों की यही स्थिति है जहां आईटी सेवा उद्योग के लिए बड़े पैमाने की भर्ती होती है और यही हाल उच्च स्तर के संस्थानों का भी है।
आईटी सेवा क्षेत्र की बड़े पैमाने पर भर्ती करने वाली कंपनियां 2024 में पास होकर निकलने वाले बैच की भर्ती करने के लिए कैंपस में आ रही हैं लेकिन ये कंपनियां पहले के कुछ सालों के मुकाबले अब उतने उत्साह से लोगों की नियुक्तियां नहीं कर रही हैं।
कैंपस में भर्ती के मकसद से पहुंचने वाली कंपनियों में देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसंल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचसीएलटेक और वैश्विक कंपनियां जैसे कि एक्सेंचर, आईबीएम और कॉग्निजेंट शामिल हैं। विप्रो अभी कैंपस में नहीं पहुंची है। वहीं इन्फोसिस ने भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है लेकिन इसने अपने कैंपस में भर्ती के लक्ष्य वाले आंकड़े साझा नहीं किए हैं।
कुछ कैंपस ने इन कंपनियों के परिसर में आने की पुष्टि की है जिनमें वेलूर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (वीआईटी), अन्ना यूनिवर्सिटी, मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) शामिल हैं और बाकी जानकारी नहीं देना चाहते हैं।
जिन कंपनियों ने वीआईटी में प्लेसमेंट की प्रक्रिया पूरी कर ली है उनमें टीसीएस, एक्सेंचर, आईबीएम और एचसीएल टेक शामिल हैं। कॉग्निजेंट की प्लेसमेंट प्रक्रिया संस्थान में जारी है। ये कंपनियां 2024 के बैच की भर्ती करने के लिए इस वक्त कैंपस जा रही हैं जबकि आमतौर पर सामान्य दौर में अगस्त-सितंबर में यह प्रक्रिया शुरू होती है।
एक फैकल्टी सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘इस साल कंपनियां मार्च-अप्रैल में छात्रों की भर्ती करने के लिए आ रही हैं ताकि वे जुलाई-अगस्त में कंपनी ज्वाइन कर लें। वास्तव में कंपनियां अब कम खर्च करना चाहती हैं क्योंकि उन्हें नए लोगों को प्रशिक्षण देना पड़ता है। कई लोग वैसे छात्रों की तलाश में भी होते हैं जिन्हें अतिरिक्त प्रमाणपत्र मिला हो।’
मिसाल के तौर पर टीसीएस ने वीआईटी में 900 से अधिक छात्रों को ऑफर लेटर दिया है और इसकी भर्ती की तीन श्रेणियां हैं-प्राइम, डिजिटल और निंजा। टीसीएस ने 103 लोगों की भर्ती प्राइम श्रेणी में की है जिनका वेतन 9 लाख रुपये सालाना है। इसके अलावा 546 छात्रों की भर्ती डिजिटल श्रेणी में हुई है जिनका सालाना वेतन 7 लाख रुपये जबकि 314 निंजा श्रेणी में हैं जिनका वेतन 3.6 लाख रुपये सालाना है।
इसके बाद सबसे ज्यादा भर्ती एक्सेंचर ने की। करीब 181 भर्ती के लिए इसने 12 लाख रुपये सालाना वेतन की पेशकश की। साथ ही आईबीएम ने 95 लोगों की भर्ती की और उन्हें 4.5 लाख रुपये सालाना और 10 लोगों को 9 लाख रुपये सालाना वेतन की पेशकश की।
एचसीएलटेक ने वीआईटी के 24 छात्रों को 8.5 लाख रुपये सालाना वेतन की पेशकश की।एमआईटी ने इस बात की पुष्टि की कि टीसीएस और इन्फोसिस उनके कैंपस में गईं थीं लेकिन उसने छात्रों को पेशकश किए गए वेतन की जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया।