स्कोडा ऑटो इंडिया का इरादा साल 2026 तक भारत में सालाना 1,00,000 गाड़ियों की बिक्री करने का है। इसके लिए कंपनी साल 2025 की पहली छमाही तक कॉम्पैक्ट स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) श्रेणी में नई कार लाने वाली है। यूरोप की इस प्रमुख कार कंपनी की नजर साल 2030 तक भारतीय यात्री वाहन बाजार में फोक्सवैगन परिवार के ब्रांडों की 5 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने पर है।
स्कोडा इंडिया ने कैलेंडर वर्ष 2023 में 48,000 गाड़ियों का उत्पादन किया था। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत में निर्मित यह कार मारुति ब्रेजा, ह्युंडै वेन्यू और किया सोनेट से टक्कर लेगी तथा इसकी कीमत प्रतिस्पर्धी होगी। स्कोडा इस कार को ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और आसियान जैसे देशों के राइट-हैंड-ड्राइव बाजारों में भी निर्यात करेगी।
बिजनेस स्टैंडर्ड से बात करते हुए स्कोडा ऑटो इंडिया के ब्रांड निदेशक पेट्र जनेबा ने कहा कि पिछले साल कुल बाजार (यात्री वाहन बाजार) में कॉम्पैक्ट एसयूवी की हिस्सेदारी 63 प्रतिशत थी और इसलिए स्कोडा इस श्रेणी से चूक नहीं सकती।
जनेबा ने कहा ‘हमारी नजर संख्या पर है और इसलिए हमारा मूल्य निर्धारण प्रतिस्पर्धी होगा। इस कार की प्रतिस्पर्धी ब्रेजा, वेन्यू और सोनेट हैं और हम अपनी कार की कीमत प्रतिस्पर्धी रखेंगे।’ इस कॉम्पैक्ट एसयूवी के साथ भारत में स्कोडा की बाजार संभावना काफी बढ़ जाएगी।
जनेबा ने कहा कि फिलहाल हमारा बाजार (कुल यात्री वाहन बाजार का) 27 प्रतिशत या उससे कम है और इस कार के जुड़ने से यह कम से कम 50 प्रतिशत या उससे अधिक बढ़ जाएगा। इसलिए हम भारत में सभी नए कार खरीदारों में से 80 प्रतिशत हासिल करने में सक्षम होंगे।
आगामी कॉम्पैक्ट एसयूवी एमक्यूबी-ए0-इन प्लेटफॉर्म पर आधारित होगी, जिसे विशेष रूप से भारत के लिए विकसित किया गया है। कुशक और यह सब-कॉम्पैक्ट सैडान यही प्लेटफॉर्म साझा करती हैं। जनेबा ने कहा कि इस कार का व्हील-बेस कुछ छोटा होगा और इसमें प्रतिस्पर्धी कारों की तुलना में अंदर ज्यादा जगह होगी।