सार्वजनिक क्षेत्र की वाहन बनाने वाली कंपनी स्कूटर इंडिया लिमिटेड (एसआईएल) जल्द ही इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन की श्रेणी के बाजार में उतरने की फिराक में है। 1997 के बाद अब कंपनी दोपहिया गाड़ियों का के बाजार में उतरने वाली है।
एसआईएल बैटरी से चलने वाला इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन को बेचने की योजना बना रहा है। इसके लिए वह देशभर में फैले कंपनी डीलर नेटवर्क की मदद लेगा।
कंपनी के अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में बताया कि कंपनी के पास इस प्रस्तावित उद्यम के लिए उच्च क्षमता वाली असेंबली लाइन और प्रशिक्षित लोगों हैं।
लखनऊ की इस कंपनी ने अन्य इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनियों के सहयोग के साथ इस परियोजना को पूरा करना चाहती है।
फिलहाल कंपनी के लागत में बचत वाले यात्री तिपहिया वाहन व्रिकम ब्रांड के तले बाजार में धूम मजा रहे हैं। कंपनी की इस यूनिट की मौजूदा क्षमता 3 हजार तिपहिया प्रति माह है।
लम्ब्रेटा या लैम्ब्रो स्कूटर के वैश्विक अधिकार एसआईएल के ही पास हैं। पर इस प्रसिध्द स्कूटर का उत्पादनकंपनी ने 1997 में ही बंद कर दिया था।
एसआईएल एक पूरा ऑटोमोबाइल संयंत्र है। यहां पराम्परागत और गैर-परम्परागत ईंधन से चलने वाले तिपहिया वाहन के लिए डिजाइनिंग, विकास, निर्माण और मार्केटिंग कार्य किया जाता है।
एसआईएल ने अपने स्कूटर का व्यावसायिक उत्पादन विजयी सुपर ब्रांड के साथ घरेलू बाजार और लम्ब्रेटा के साथ विदेशी बाजार में शुरू किया था।
बाद मे कंपनी ने पेट्रोल और डीजल के अलावा गैर परम्परागत ईंधन जैसे कि एलपीजी, सीएनजी और बैटरी से चलने वाले मॉडल भी बाजार में उतारे।
घरेलू बाजार के अलावा एसआईएल जर्मनी, इटली, सुडान, नाइजीरिया, नेपाल और बांग्लादेश में भी अपने उत्पाद (स्पेयर पाट्र्स और ऑटो कम्पोनेंट) निर्यात करती है।
अधिकारियों का मानना है कि मार्च के खत्म होते ही इस वित्तीय साल में कंपनी अपने तिपहिया वाहनों को 16 हजार यूनिट बेच लेगी।