सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन इंडिया (सेट इंडिया) इस समय भारी वित्तीय दबाव से गुजर रही है। यह प्रसारण कंपनी वित्त वर्ष 2008 के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये की कमी दिखा सकती है।
दरअसल कंपनी के खातों में 200 करोड़ रुपये क्रिकेट विश्व कप के प्रसारण के भुगतान के रूप में अभी बकाया हैं। कंपनी की शुध्द संपत्ति भी कम हो चुकी है, जो पिछले वित्त वर्ष के अंत, 31 मार्च 2008 को लगभग 16 करोड़ रुपये थी। सेट इंडिया के अन्य चैनलों के अलावा हिन्दी के आम मनोरंजन चैनल सेट, सेट मैक्स, सेट पिक्स भी शामिल हैं।
2003 में, सोनी ने दो विश्व कप टूर्नामेंटों के लिए लगभग 1 हजार करोड़ रुपये पर सैटेलाइट प्रसारण के अधिकार प्राप्त किए थे। इस सिलसिले में लिए गए ऋण का भुगतान अभी भी बाकी है। पिछले तीन सालों में, सेट इंडिया के कर्जों का बोझ बढ़ा है। कंपनी का ऋण 2006-07 में 196 करोड़ रुपये से 44.89 प्रतिशत बढ़ कर 2007-08 में लगभग 284 करोड़ रुपये हो गया है।
2005-06 में कंपनी का ऋण 148 करोड़ रुपये था और ऋण-इक्विटी अनुपात बिगड़कर 2007-08 में 16.64 हो गया, जबकि वह 2006-07 में 1.17 और 2005-06 में 0.79 था। सेट इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, कुणाल दासगुप्ता का कहना है कि कंपनी सुधार के रास्ते पर है।
अतिरिक्त पूंजी लगाई जाने पर कंपनी की वित्तीय स्थिति सुधर जाएगी। दासगुप्ता का कहना है, ‘निजी इक्विटी कंपनियों ने कंपनी का मूल्यांकन 3,200 करोड़ रुपये किया है, जो सोनी की असली वित्तीय स्थिति दर्शाती है।’
कंपनी के बोर्ड निदेशक नवंबर के आखिर में मिले थे। उन्होंने शेयरधारकों द्वारा 160 करोड़ रुपये की अतिरिक्त इक्विटी के योगदान की सिफारिश की थी। सोनी अभी भी विवादों के घेरे में है। अगर सेट सिंगापुर आयकर ट्रिब्यूनल में चल रहा है, हार जाती है तो इससे कंपनी को लगभग 120 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।