SBI Q2 Results: देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 27.92 फीसदी बढ़ा है। ट्रेजरी तथा मुद्रा विनिमय सहित गैर-ब्याज आय बढ़ने से मुनाफे में वृद्धि हुई है।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में स्टेट बैंक (State bank of India) का शुद्ध लाभ 18,331 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 14,300 करोड़ रुपये था।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में बैंक का मुनाफा दूसरी तिमाही में 6.61 फीसदी बढ़ा है। बैंक का शेयर 1.86 फीसदी गिरावट के साथ 843.25 रुपये पर बंद हुआ।
एसबीआई के चेयरमैन सीएस शेट्टी ने कहा कि बैंक का 1 लाख करोड़ रुपये का लाभ (शुद्ध आधार) हासिल करने वाली देश की पहली कंपनी बनने का इरादा है। पहली प्राथमिकता 1 लाख करोड़ रुपये का परिचालन लाभ हासिल करना है और इस स्तर पर बैंक लगभग पहुंच चुका है। वित्त वर्ष 2024 में एसबीआई का परिचालन मुनाफा 93,797 करोड़ रुपये रऔर शुद्ध मुनाफा 61,076 करोड़ रुपये रहा था। शेट्टी की अगुआई में बैंक का यह पहला तिमाही नतीजा है।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में एसबीआई की शुद्ध ब्याज आय पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 5.37 फीसदी बढ़कर 41,620 करोड़ रुपये रही। हालांकि घरेलू जमाओं की लागत भी चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बढ़कर 5.03 फीसदी हो गई जो वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 4.65 फीसदी थी। उधारी से प्राप्तियां 8.87 फीसदी बढ़ी हैं।
दूसरी ओर वित्त वर्ष 2025 की जुलाई-सितंबर तिमाही में शुद्ध ब्याज मार्जिन 16 आधार अंक घटकर 3.27 फीसदी रहा। अन्य आय इस दौरान 41.52 फीसदी बढ़कर 15,527 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 10,791 करोड़ रुपये थी।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में सकल ऋण आवंटन सालाना आधार पर 14.93 फीसदी बढ़कर 39.2 लाख करोड़ रुपये रहा, जिनमें खुदरा ऋण 12.3 फीसदी बढ़कर 13.96 लाख करोड़ रुपये रहा। आवास ऋण आवंटन 13.66 फीसदी बढ़कर 7.64 लाख करोड़ रुपये रहा।
शेट्टी ने कहा कि त्योहारों के कारण अक्टूबर में खुदरा ऋण की मांग बढ़ी है। कॉरपोरेट ऋण इस दौरान 18.35 फीसदी और कृषि ऋण 17.67 फीसदी बढ़ा है। एसबीआई चेयरमैन ने कहा कि खुदरा और कॉरपोरेट ऋण की मांग मजबूत बनी हुई है।
विमानन क्षेत्र को ऋण देने के बारे में पूछे जाने पर शेट्टी ने कहा, ‘अब फंडिंग के लिए बहुत सारी विमानन कंपनियां बची नहीं हैं। हमने विमान कंपनियों को स्वामित्व के आधार पर कर्ज देते है और इसमें परिचालन मापदंड जरूरी नहीं है। मुझे नहीं लगता कि हम आगे चलकर विमानन उद्योग पर कोई बड़ा दांव लगाएंगे।’
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में बैंक की जमा वृद्धि 9.13 फीसदी बढ़कर 51.17 लाख करोड़ रुपये रही, जिनमें चालू खाता और बचत खाता (कासा) जमा वृद्धि 4.24 फीसदी रही। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में फंसे कर्ज के लिए 3,631 करोड़ रुपये की पूंजी अलग रखनी पड़ी जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि से करीब दोगुनी है।
हालांकि सकल गैर-निष्पादित आस्तियों (NPA) का अनुपात 42 आधार अंक घटकर 2.13 फीसदी और शुद्ध एनपीए अनुपात 11 आधार अंक कम होकर 0.53 फीसदी रहा।