पुलिस ने रामलिंगा राजू और उनके भाई को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही सरकार ने सत्यम बोर्ड की कमान अपने हाथों में ले ली है।
उल्लेखनीय है कि तीन दिनों तक भूमिगत रहने के बाद आखिरकार सत्यम के पूर्व प्रमुख रामलिंगा राजू और उनके भाई रामा राजू कानून के शिकंजे में फंस गये हैं। कल देर रात आंध्र प्रदेश पुलिस ने इन दोनों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।
साथ ही सरकार ने सत्यम बोर्ड की कमान अपने हाथों में ले ली है और सरकार ने कहा है कि अन्य 10 नामित निदेशकों की नियुक्ति उसके द्वारा की जायेगी। रामा राजू सत्यम के प्रबंध निदेशक थे और दोनों को भादंवि की धारा 120 बी, 409, 420 एवं 471 के तहत हिरासत में लिया गया है। गौरतलब है कि यह अब तक का कार्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला है। जिन धाराओं को इन पर लागू किया गया है, उसके तहत इन दोनों को 10 वर्ष तक की सजा और जुर्माना हो सकता है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सत्यम के मुख्य वित्तीय अधिकारी श्रीनिवास वदालमणि को भी आज गिरफ्तार किया जा सकता है। पुलिस जब उनके तारनाका स्थित निवास स्थान पर उन्हें गिरफ्तार करने गयी थी तो श्रीनिवास वहां मौजूद नहीं थे, जबकि उनके परिवार के सदस्य उस दौरान उपस्थित थे। सूत्रों का कहना है कि मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के बाद दोनों भाईयों को 14 दिनों तक पुलिस हिरासत में लिया जा सकता है।