ऐसे समय में जब वैश्विक तौर पर तकनीकी बजट में कमी आ रही है, सॉफ्टवेयर दिग्गज सैप (SAP) ने कहा है कि उसका भारतीय व्यवसाय कैलेंडर वर्ष 2023 में तीन अंक की वृद्धि दर्ज कर सकता है। भारत में वृद्धि की रफ्तार को मजबूत बनाने के लिए कंपनी ने छोटे एवं मध्यम व्यवसायों को ध्यान में रखकर ‘ग्रो विद सैप’ पेश किए जाने की घोषणा की।
सैप इंडिया (SAP India) सबकॉन्टिनेंट के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक कुलमीत बावा ने कहा, ‘पिछले दो वर्षों में हमने तिमाही दर तिमाही तीन अंक की वृद्धि दर्ज की और हमें इसमें कमजोरी नजर नहीं आ रही है। अब हम मझोले और छोटे आकार की कंपनियों को ज्यादा सॉल्युशन अपनाते देख रहे हैं, क्योंकि उनके लिए हम ये आसान बनाना भी चाहते हैं।’
देश में विकास की रफ्तार बनाए रखने में सक्षम होने के लिए सैप ने आज ग्रो विद सैप पहल को पेश करने की घोषणा की। इस पेशकश का मकसद भारत में मध्यम आकार के ग्राहकों को ऐसा क्लाउड ईआरपी अपनाने में मदद करना है जो गति, पूर्वानुमान, निरंतर नवाचार को सक्षम बनाता हो।
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बावा ने यह भी कहा कि भारत में उसके ग्राहकों में 80 प्रतिशत योगदान छोटे एवं मझोले व्यवसायों का है। उन्होंने कहा, ‘हमने पिछले दो साल में अपना ग्राहक आधार दोगुना किया है। वैश्विक तौर पर भारत का वृद्धि के मोर्चे पर अहम योगदान रहा है। भारत में 13,500 ग्राहकों में से करीब 10,660 एसएमई से हैं।’
ग्रो विद सैप को पेश करने से पहले कंपनी ने इस बारे में ग्राहकों से सुझाव मांगे थे कि तकनीकी को अपनाने के संदर्भ में वे किस तरह का अनुभव चाहते हैं। भारत में सैप के कुल कर्मियों की संख्या करीब 15,000 है।