रिलायंस रिटेल अपने बड़े FMCG ब्रांड्स, जैसे कैंपा और अन्य प्राइवेट लेबल्स, को अपनी नई कंपनी रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) में शिफ्ट करने जा रहा है। द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इसका मकसद बिजनेस को तेजी से बढ़ाना और खास फोकस के साथ आगे बढ़ना है। जिन प्राइवेट लेबल्स को शिफ्ट किया जाएगा, उनमें स्नैकटैक, प्यूरिक, ग्लिमर, एंजो और गेट रियल जैसे ब्रांड्स शामिल हैं।
RCPL कैंपा के लिए चार से पांच नए बॉटलिंग प्लांट लगाने की योजना बना रहा है। इसके लिए कंपनी बॉटलिंग मशीनें खरीदेगी और उन्हें पार्टनर्स को लीज पर देगी, जो इन प्लांट्स को चलाएंगे। फिलहाल इन समझौतों को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत चल रही है।
बिजनेस विस्तार की योजना
रिलायंस रिटेल वेंचर्स RCPL में लगभग 3,900 करोड़ रुपये का निवेश करने की तैयारी कर रहा है, जिसमें इक्विटी और कर्ज का मिश्रण शामिल होगा। हाल ही में RCPL को इस निवेश के लिए बोर्ड की मंजूरी मिल चुकी है।
यह निवेश RCPL की लॉन्चिंग (नवंबर 2022) के बाद से FMCG सेक्टर में रिलायंस रिटेल का सबसे बड़ा निवेश होगा। रिलायंस रिटेल वेंचर्स, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी है, पूरे ग्रुप के रिटेल बिजनेस का प्रबंधन करती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ब्रांड्स को RCPL में ट्रांसफर करने के लिए लाइसेंसिंग जैसी प्रक्रियाओं का उपयोग किया जाएगा, ताकि RCPL इन ब्रांड्स की एकमात्र FMCG कंपनी बन जाए। कुछ छोटे प्राइवेट ब्रांड्स रिलायंस रिटेल के तहत ही रहेंगे, क्योंकि उन्हें आम बाजार में नहीं बेचा जाएगा। कैंपा की उपलब्धता बढ़ाने के लिए नए बॉटलिंग प्लांट्स लगाए जाएंगे, जिससे अब तक की बॉटलिंग क्षमता की कमी को दूर किया जाएगा।
साझेदारी और अधिग्रहण
RCPL ने अपनी शुरुआत से ही कई बड़े FMCG ब्रांड्स के साथ साझेदारी और अधिग्रहण पर ध्यान केंद्रित किया है। इसमें श्रीलंका की कंपनियों एलिफेंट हाउस और मालिबन बिस्किट के साथ साझेदारी शामिल है, जिसके तहत उनके प्रोडक्ट्स का भारत में उत्पादन और वितरण किया जा रहा है।
RCPL ने कुछ बड़े अधिग्रहण भी किए हैं, जैसे रावलगांव कन्फेक्शनरी की पूरी खरीद, लोटस चॉकलेट में 51% हिस्सेदारी और सोसयो हाजूरी बेवरेजेज में 50% हिस्सेदारी। इसके अलावा, कंपनी ने इंडिपेंडेंस ब्रांड भी लॉन्च किया है, जिसमें पैकेज्ड फूड, खाद्य तेल और अन्य जरूरी चीजें शामिल हैं।
पहले के कुछ अधिग्रहण, जैसे कैंपा ब्रांड, रिलायंस रिटेल या उसकी पैरेंट कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स के जरिए किए गए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस रिटेल का मकसद RCPL को हिंदुस्तान यूनिलीवर, ITC, कोका-कोला और अदाणी विल्मर जैसी बड़ी कंपनियों के मुकाबले खड़ा करना है, ताकि भारत में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई जा सके।
किफायती और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों पर जोर
रिलायंस इंडस्ट्रीज की हाल ही में हुई वार्षिक बैठक में, रिलायंस रिटेल वेंचर्स की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने कहा कि कंपनी पूरे भारत में उपभोक्ता मांग को बढ़ाने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद किफायती दामों पर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि कैंपा कोला, लोटस चॉकलेट्स और सोसयो जैसे ब्रांड्स को सफलतापूर्वक फिर से लॉन्च किया गया है।